मध्य प्रदेश

MP Crime News: कॉलेज छात्राओं को अश्लील वीडियो भेजने का मामला, कांग्रेस ने की उच्च स्तरीय एसआईटी जांच की मांग

MP Crime News: कांग्रेस ने हर गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं को विश्वास में लेकर जांच की मांग की है. पूर्व विधायक विनय सक्सेना के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता दोपहर एक बजे....

जबलपुर,MP Crime News:  संस्कारधानी जबलपुर में हुए अश्लील वीडियो कांड को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है, हालांकि यह कोई राजनीतिक विषय नहीं था. मामला पूरी तरह से कॉलेज स्टूडेंट्स को अश्लील वीडियो भेजकर ब्लैकमेल करने का है, लेकिन इस बीच कांग्रेस ने इस मामले की उच्च स्तरीय एसआईटी जांच की मांग की है.

कांग्रेस ने वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी गठित करने की मांग की है. कांग्रेस ने बड़े गिरोह की आशंका जताई है. एक नहीं बल्कि कई गर्ल्स कॉलेजों में गिरोह के सक्रिय होने की आशंका है। कांग्रेस ने हर गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं को विश्वास में लेकर जांच की मांग की है. पूर्व विधायक विनय सक्सेना के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता दोपहर एक बजे एसपी कार्यालय पहुंचेंगे और एसपी से मुलाकात करेंगे.

MP Crime News: बीजेपी विधायक ने कहा मामले में न हो राजनीति

इसके पहले कॉलेज छात्राओं के साथ ब्लैकमेलिंग के मामले में बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी का बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने इस घटना को दुखद और निंदनीय घटना बताया था। इस घटना में शामिल लोगों का पता लगाने पुलिस को निर्देश दिए।एसपी को जांच कर दोषियों पर सख्त कार्यवाई करने के लिए कहा,ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। विधायक ने कहा कि ऐसे मामलों में राजनीति न हो, दोषियों को मिलकर सजा दिलाने में कांग्रेस को सहयोग करना चाहिए।

गर्ल्स कॉलेज में सैकड़ों छात्राओं के मोबाइल में भेजे गए अश्लील वीडियो

बता दें कि बीते दिन जबलपुर के एक गर्ल्स कॉलेज में सैकड़ों छात्राओं के मोबाइल में अश्लील वीडियो भेजकर उन्हे इसमें फंसाने की धमकी देकर उन्हे ब्लैकमेल किया गया। इसके बाद डरी सहमी 53 छात्राओं ने उनके जाल में फंसकर उन्हे पैसे भी ट्रांसफर कर दिए। इस मामले की पड़ताल के बाद पूरे कॉलेज प्रशासन में हड़कंप मच गया है, मामले की जांच शुरू हो गई है। आईबीसी24 ने इस पूरे मामले को तेजी से उठाया है, जिसके बाद से पुलिस और प्रशासन हरकत में आया है।

 

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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