रायपुर

Aman Sahu Gang Arrested: छत्तीसगढ़ के कारोबारी के ऑफिस के बाहर फायरिंग करने वाले अमन साहू गैंग के दो गुर्गे हरियाणा से गिरफ्तार.

Aman Sahu Gang Arrested: रायपुर में एक कारोबारी के दफ्तर के बाहर फायरिंग मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने अमन साहू गैंग के दो आरोपियों को हरियाणा से गिरफ्तार किया है....

रायपुर,Aman Sahu Gang Arrested: राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में कंस्ट्रक्शन कंपनी पीआरए ग्रुप के दफ्तर के बाहर फायरिंग के मामले में पुलिस ने अमन साहू गिरोह के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी हरियाणा के सिरसा जिले के प्रवीण सिंह उर्फ ​​पिन्नू (20) और राम सिंह (20) हैं। पुलिस ने इन्हें जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है.13 जुलाई को सुबह 11 बजे के करीब इस गोलीकांड को अंजाम दिया गया था, जिसमें कारोबारी से रंगदारी वसूलने के लिए फायरिंग करवाई गई थी।

Aman Sahu Gang Arrested: रायपुर में एक कारोबारी के दफ्तर के बाहर फायरिंग मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है

पुलिस ने अमन साहू गैंग के दो आरोपियों को हरियाणा से गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि अमन साहू गिरोह के दो आरोपियों ने 13 जुलाई की सुबह करीब 11 बजे गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया था. व्यवसायी से रंगदारी वसूलने के लिए फायरिंग की गयी थी.

वारदात को अंजाम देने के बाद छिप रहा था आरोपी

पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार आरोपी सागर से पूछताछ के दौरान प्रवीण सिंह के बारे में जानकारी जुटाई। घटना के समय प्रवीण बाइक चला रहा था, और वारदात के बाद वह लगातार दूसरे राज्यों में छिपता रहा। जांच के दौरान पता चला कि वह अपने एक परिचित के घर सिरसा, हरियाणा में छिपा हुआ है।naidunia_image

इसके बाद एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम ने हरियाणा के सिरसा में छापा मारा। वहां पहुंचकर टीम ने लगातार निगरानी रखी और प्रवीण सिंह के ठिकाने का पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

जेल में हुई थी दोनों आरोपियों की मुलाकात

राम सिंह और प्रवीण सिंह की मुलाकात सिरसा, हरियाणा की जेल में हुई थी। दोनों के बीच इस दौरान दोस्ती हुई, जिसके बाद राम सिंह ने प्रवीण को अपने घर में छिपने की जगह दी, ताकि वह पुलिस की गिरफ्त से बच सके।पुलिस अब इन दोनों से पूछताछ कर मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रही है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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