रायपुर

CG By Election: रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से बीजेपी ने उतारा उम्मीदवार, पूर्व सांसद सुनील सोनी को मिला टिकट

CG By Election: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए सुनील सोनी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है....

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ के रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट (Raipur South Assembly) पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने इस सीट से पूर्व सांसद सुनील सोनी को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है। बतादें कि चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर छत्‍तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान किया था, जिन पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि यहां मतगणना 23 नवंबर को होगी।

जानें कौन हैं सुनील सोनी

रायपुर-दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा के प्रत्‍याशी सुनील सोनी रायपुर के सांसद व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के करीबी माने जाते हैं। वह अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं। साथ ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक की पृष्ठभूमि वाले नेता हैं।

सुनील सोनी का जन्म 28 नवंबर 1961 में रायपुर के एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। उनके पिता कंवर लाल सोनी आजादी से पहले ही संघ से जुड़ गए थे। दिवंगत व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी सोनी को उनके पिता के चलते ही करीब से जानते थे।naidunia_image

रायपुर के दो बार महापौर रहे सुनील सोनी

सोनी ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की। दुर्गा कालेज रायपुर से छात्रसंघ अध्यक्ष रहे। इसके बाद पार्षद रहे। 2003 से 2010 तक दो बार रायपुर के महापौर रहे। रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे।

2019 के लोकसभा चुनाव में रायपुर से बने थे सांसद

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की टिकट से चुनाव लड़कर सोनी ने 8,37,902 वोट हासिल किए। उनके प्रतिद्वंदी रहे कांग्रेस के प्रत्याशी प्रमोद दुबे को 4,89, 664 वोट मिले थे। 13 अक्टूबर 2019 को वे संसद की स्टेंडिंग कमेटी ऑन हाउसिंग अर्बन अफेयर के मेंबर बने।

नौ अक्टूबर 2019 को संसद की वेतन एवं भत्तों को लेकर बनी संयुक्त समिति के सदस्य बनें। वन एवं पर्यावरण जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के परामर्श दात्री कमेटी के सदस्य बनें।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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