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Supriya Shrinat On BJP: किसी की हैसियत और हिम्मत नहीं है कि…, BJP के ‘गेट आउट सुप्रिया’ कैंपेन पर कांग्रेस नेत्री का हमला

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. बीजेपी के 'गेट आउट सुप्रिया' कैंपेन पर बोलते हुए सुप्रिया ने कहा कि ये देश मेरा है, मैं इस देश की बेटी हूं. मुझे कहीं से भी निकाल ले जाने की क्षमता या साहस किसी में नहीं है |

बिलासपुर, Supriya Shrinat On BJP: कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. बीजेपी के ‘गेट आउट सुप्रिया’ कैंपेन पर बोलते हुए सुप्रिया ने कहा कि ये देश मेरा है, मैं इस देश की बेटी हूं. मुझे कहीं से भी निकाल ले जाने की क्षमता या साहस किसी में नहीं है |

सुप्रिया ने कहा कि ये देश हर व्यक्ति, हर लड़की का है. आधी आबादी जो कह रही है आधी आबादी वापस जाओ, वे गोल करने जा रहे हैं।छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनाव में जो भी वादे किए थे। एक भी वादा पूरा नहीं हुआ, इस राज्य की आधी आबादी जानना चाहती है कि उन्हें 500 रुपये का सिलेंडर कब मिलेगा? बीजेपी को पहले इसका जवाब देना चाहिए.

बता दें कि बीते दिन पुलिस मुठभेड़ में 29 नक्सलियों के मारे जाने के बाद

जब पूरा प्रदेश जवानों की तारीफ में कसीदे पढ़ रहा था तब कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने एक सवाल पर नक्सलियों से सहानुभमि दर्शाते हुए शहीद बता दिया था। जिसके बाद से भाजपा पार्टी सुप्रिया श्रीनेत पर लगातार हमलावर है। इसी को लेकर भाजपा ने एक्स पर हैशटैग ‘गेट आउट सुप्रिया’ अभियान चला रखा है।

प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव ने पलटवर करते हुए कहा कि यह बहुत ​ही आपत्तिजनक और शर्मनाक बयान है। यह सुरक्षा बलों के मनोबल पर प्रहार है। नक्सलियों को शहीद मानने वाली कांग्रेस ने 5 साल बस्तर में इसी मानसिकता से कार्य किया है।

बता दें कि सुप्रिया श्रीनेत के बयान पर डिप्टी CM विजय शर्मा का बयान भी सामने आया है,

जिसमें उन्होंने कहा कि राज बब्बर ने भी नक्सलियों को लेकर बयान दिया था। भूपेश बघेल भी एनकाउंटर को फर्जी बता रहे हैं। नक्सली प्रेस नोट जारी कर मौत की बात मान रहे हैं। फिर भी कांग्रेस इसे फर्जी एनकाउंटर बता रही है।

 

 

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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