Kingmaker Nitish Kumar: सत्ता में चाहे कोई भी रहे, ‘किंग’ बनते हैं नीतीश कुमार! हारी हुई बाजी जीता जाते है…
Kingmaker Nitish Kumar: नीतीश कुमार के एक बार फिर से देश की राजनीति में चर्चा का विषय बन गए हैं, लोकसभा चुनाव के नतीजे आए तो वह किंगमेकर बनकर उभरे...
इंडिया, Kingmaker Nitish Kumar: नीतीश कुमार एक बार फिर देश की राजनीति में चर्चा का विषय बन गये हैं. एक समय कहा जा रहा था कि नीतीश का राजनीतिक करियर खत्म हो गया है, लेकिन जब लोकसभा चुनाव के नतीजे आए तो वह किंगमेकर (Kingmaker Nitish Kumar) बनकर उभरे। भले ही नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा हैं, लेकिन उनके पाला बदलने की चर्चाएं खत्म नहीं हो रही हैं. हालांकि, एनडीए ने कुछ वीडियो और तस्वीरें जारी कर इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है.
नीतीश संग नजर आने पर क्या बोले तेजस्वी यादव? (Kingmaker Nitish Kumar)
एनडीए और भारत की बुधवार (5 जून) को दिल्ली में बैठक हुई। जब फ्लाइट ने पटना से दिल्ली के लिए उड़ान भरी तो उसमें नीतीश और तेजस्वी एक साथ दिखे. इस पर जब मीडिया ने बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव से सवाल किया तो उन्होंने कहा, ”सलाम-दुआ हुआ, मेरी सीट पीछे थी, बाद में उन्होंने मुझे आगे बुलाया. इन सब चीजों पर समय-समय पर चर्चा होती रहती है.” बातें बाहर नहीं बताई जातीं.
चुनाव से पहले नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन में लौटे
नीतीश कुमार की एनडीए गठबंधन में वापसी की भी काफी आलोचना हुई. राजनीतिक हलकों में कहा जाने लगा कि नीतीश कुमार अब कोई बड़ा फैक्टर नहीं रहे. इसकी वजह ये थी कि पहले नीतीश अपना डिप्टी सीएम चुनते थे, लेकिन इस बार बीजेपी ने नीतीश कुमार के खिलाफ आक्रामक रहने वाले सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को डिप्टी सीएम बनाया. इस पर नीतीश कुमार ने कुछ नहीं कहा.
नीतीश कुमार का राजनीतिक कद एक बार फिर बढ़ गया है. इसकी वजह यह है कि वह यह अंदाजा लगाने में माहिर हो गये हैं कि सत्ता की हवा किस तरफ बह रही है. यही कारण है कि जब-जब उन्होंने पलटी मारी है, तब-तब वे सत्ता के केंद्र में रहे हैं. जब-जब नीतीश कांग्रेस-आरजेडी के साथ गए, उन्हें सीएम बनाया गया. इसी तरह जब वह एनडीए में थे तब भी उन्हें सीएम की कुर्सी मिली. उसे समझ आ गया है कि कब किसके साथ जाना है. आने वाले पांच वर्षों में भी नीतीश कुमार राजनीति में प्रासंगिक बने रहेंगे.