अम्बिकापुर

Ambikapur Crime News: नर्स का वीडियो देखने के बाद लोग कह रहे हैं कि यही वजह है कि गांव के लोग भी सरकारी अस्पताल में नहीं जाना चाहते.

Ambikapur Crime News: इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है लेकिन इस वीडियो के सामने आने के बाद लोग अपनी तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कहा तो यहां......

अंबिकापुर, Ambikapur Crime News: बलरामपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। इस वीडियो में एक स्टाफ नर्स मरीजों पर गुस्सा करती नजर आ रही है. इतना ही नहीं हॉस्टल के बच्चों को इलाज के लिए सुबह अस्पताल लाने को कहा जाता है.

प्रसारित वीडियो की पड़ताल

प्रसारित वीडियो की जांच से पता चला कि राजपुर से सटे परसापानी गांव में आदिवासी राजी पाधा संस्थान द्वारा एक स्कूल और छात्रावास चलाया जाता है. शनिवार को छात्रावास के चार बच्चे बीमार पड़ गये तो उन्हें शाम में राजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. ड्यूटी नर्स द्वारा चार पर्चियां बनाई गईं। ड्यूटी डॉक्टर अपने कक्ष में थे। उसने चारों बच्चों को देखा। पर्चों में दवा इंजेक्शन लिखा हुआ था। स्टाफ बच्चों को लेकर दोबारा नर्स के पास गया।चारों बच्चों की पर्ची जमा किया ताकि दवा इंजेक्शन लग जाए। थोड़ी देर बाद बच्चों का क्रम आया तब नर्स ने बोला कि दो बच्चों की ही पर्ची है।

मरीजों पर भड़की स्टाफ नर्स

छात्रावास अधीक्षिका द्वारा चारों बच्चों की पर्ची जमा करने की जानकारी देने पर नर्स भड़क गई। उसी दौरान किसी ने वीडियो बना कर उसे प्रसारित कर दिया। नर्सिंग स्टाफ के कहने पर बच्चों की पर्ची खोजने फिर चिकित्सक के पास वे लोग पहुंचे लेकिन पर्ची नही मिली। नर्स के पास जाकर पर्ची नहीं मिलने तथा दूसरा बना देने का आग्रह किया गया। प्रसारित वीडियो में देखा और सुना जा सकता है कि नर्स गुस्से में आ जाती है। बोलती है क्यों बच्चों को लाते हो शाम को, तुम लोगों का पर्ची टेबल में ही है खोज लो। दिमाग ख़राब करने आते हो। इतना ही नहीं छात्रावास के बच्चों को शाम को इलाज के लिए नहीं लाने तथा सुबह ओपीडी में ही दिखाने बोलने लगी।

काम का दबाव

मरीजों की संख्या अधिक होने से काम का दबाव हो सकता है लेकिन मरीजों के साथ इस प्रकार के व्यवहार को लेकर लोग नाराजगी जता रहे हैं। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि उक्त घटनाक्रम के बाद बच्चों का उपचार नहीं हो पा रहा था। बाद में अधीक्षक को भेजा गया। अधीक्षक दोबारा नर्सिंग स्टाफ के कमरे में गए तो वहीं पर दोनों बच्चों की चिकित्सक द्वारा लिखी गई पर्ची मिली उस पर्ची के आधार पर बच्चों का उपचार हुआ। मामले में राजपुर के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डा रामप्रसाद द्वारा संबंधित नर्सिंग स्टाफ को नोटिस जारी किया गया है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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