बिलासपुर

Bilaspur News: परीक्षा का दबाव..एक जागरूकता फिल्म का वीडियो और पोस्टर लॉन्च

Bilaspur News: फिल्म में शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेई, विश्वविद्यालय स्टाफ एवं छात्र

बिलासपुर,Bilaspur News: बोर्ड परीक्षा परिणाम के बाद असफल बच्चों को गलत कदम उठाने से (Bilaspur News) बचाने के लिए कलेक्टर अवनीश शरण ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर 10वीं की अंकसूची जारी कर ऐसे बच्चों को प्रेरित किया है और बच्चों को निराश न होकर आगे की सोचने की सलाह दी है।

(Bilaspur News)बच्चों में जागरूकता फैलाने के लिए कलेक्टर अवनीश शरण के मार्गदर्शन में

आर्यन की टीम ने एग्जाम प्रेशर नाम से जागरूकता फिल्म बनाई है. इसका वीडियो और पोस्टर सोमवार को कलेक्टर ने लॉन्च किया। फिल्म के लेखक और निर्देशक रामानंद तिवारी हैं. उन्होंने बताया कि यह फिल्म बच्चों के परीक्षा परिणाम के दबाव को कम करने में उपयोगी है। साथ ही अभी से लगातार प्रयास करने पर बड़े लक्ष्य भी हासिल किये जा सकते हैं.फिल्म में यही सब दिखाने की कोशिश की गई है। फिल्म का विषय कलेक्टर अवनीश शरण पर केंद्रित है। 10 वीं में कम नंबर आने के बाद भी वे निराश नहीं हुए और स्टेट लेवल 23 एग्जाम फेल करने के बाद भी निरंतर प्रयास कर यूपीएससी जैसे एग्जाम को क्रेक कर कैसे आज कलेक्टर बनकर असफलता ही सफलता की कुंजी है कथन को सत्य साबित कर दिया है।

फिल्म में शैक्षिक गुणवत्ता के लिए अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी, यूनिवर्सिटी स्टाफ एवं स्टूडेंट का विशेष सहयोग लिया गया। फिल्म में मुख्य अभिनेत्री की भूमिका बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय की छात्रा पुष्पांजलि राजपूत ने निभाया है। निर्देशन एवं पटकथा रामानंद तिवारी (आर्यन ) एवं अस्सिस्टेंट डायरेक्टर पूजा वर्मा है।
फिल्म की कास्ट डा सतीश साव, विकास वर्मा, भुवन वर्मा, नीलेश, गंगा, अटल यूनिवर्सिटी स्टूडेंट और स्टाफ, सिविल लाइन पुलिस स्टाफ और आर्यन फिल्म की टीम के सदस्य हैं। फिल्म मे मेकअप संगीता सरकार द्वारा, डीओपी हेमू साहू और पप्पू ठाकुर हैं। पोस्ट प्रोडक्शन, बैक ग्राउंड साउंड प्रतिक शर्मा उमा शंकर पाण्डेय ने किया है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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