कांकेर
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CG Lok Sabha Election 2024: दूसरे चरण की नामांकन प्रक्रिया आज से, कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर ने खरीदा फॉर्म.

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है. इस दौरान उम्मीदवार नामांकन फॉर्म खरीद रहे हैं. वे बैलेट पेपर पर चुनाव कराने की भी मांग कर रहे हैं.

कांकेर,CG Lok Sabha Election 2024:  लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है. पहले दिन कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर ने नामांकन पत्र खरीदा. नामांकन पत्र खरीदने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर ने ईवीएम को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीनों में धांधली हुई है. अगर धांधली रोकनी है तो बैलेट पेपर से चुनाव कराना होगा.

एक तरफ जहां बीजेपी ने राजनांदगांव लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की है

भूपेश बघेल पर ईवीएम को लेकर भारत चुनाव आयोग के खिलाफ भड़काऊ बयान देने और लोगों को नामांकन दाखिल करने के लिए अनुचित तरीके से उकसाने का आरोप है।

वहीं कांग्रेस के कांकेर लोकसभा प्रत्याशी ने भी ईवीएम को लेकर सवाल उठाए हैं

बीरेश ठाकुर ने आगे कहा कि आज नामांकन लेने का पहला दिन है. मैंने सोचा कि पहले दिन ही नामांकन पत्र ले लेना चाहिए. आज शुभ मुहूर्त भी है. उन्होंने कहा कि वह 3 अप्रैल को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे.

गौरतलब है कि 26 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांकेर दौरे पर थे. जहां उन्होंने मीडिया से कहा कि ईवीएम की जानकारी हर किसी को नहीं होती है. बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाए. उन्होंने कहा कि ईवीएम एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जिसके बारे में हर किसी को जानकारी नहीं होती है. एक सर्वे के मुताबिक सिर्फ 60 फीसदी लोग

इस पर विश्वास कर रहे हैं

मतपेटी को देखकर अनपढ़ व्यक्ति भी बता देगा कि इसमें कुछ भी नहीं है। लेकिन ईवीएम में ऐसी बात नहीं है। लगातार दौरे के दौरान सवाल उठ रहे है कि ईवीएम को बंद कराओ। इलेक्शन कमीशन से सभी विपक्षीय दल ने समय मांगा था लेकिन उन्होंने समय नहीं दिया। आयोग कहती है कि इसमें कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकती। सैकड़ों मामले ईवीएम से संबंधित हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चल रहे हैं। जिसमें अभी तक फैसला हुआ नहीं है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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