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Chhattisgarh News: मारे गये 29 नक्सलियों की हुई शिनाख्त कलपर-आपाटोला मुठभेड़ में

कल्पर-अपाटोला मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान के दौरान पता चला कि दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के अलावा मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ (एमएमसी) जोनल कमेटी के माओवादी कैडर भी कल्पर-अपाटोला जंगल में मौजूद थे.

कांकेर, Chhattisgarh News:  कांकेर जिले के छोटेबेठिया थाना अंतर्गत हापाटोला, कल्पर, बिनागुंडा और कोरोनार के सीमावर्ती जंगलों में 16 अप्रैल को डीआरजी कांकेर और बीएसएफ 94वीं वाहिनी के संयुक्त बल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के बाद बरामद 29 नक्सलियों के शवों की पहचान और अन्य कार्यवाही की जानी है पूरा होना। रहा है। यह कार्य लगातार 4 दिनों से किया जा रहा था, जो आज पूरा हो गया है.

मारे गए नक्सलियों की हुई पहचान

कल्पर-अपाटोला मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान के दौरान पता चला कि दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के अलावा मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ (एमएमसी) जोनल कमेटी के माओवादी कैडर भी कल्पर-अपाटोला जंगल में मौजूद थे. बता दें कि 29 माओवादी कैडरों में से उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी के डिवीजनल कमेटी सदस्य शंकर राव और उनकी पत्नी एरिया कमेटी सदस्य रीता तेलंगाना राज्य के वारंगल और आदिलाबाद जिले के रहने वाले हैं. इसी तरह मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़(MMC) जोनल कमेटी के माओवादी सुरेखा महाराष्ट्र राज्य के जिला गढ़चिरौली निवासी के रूप में हुई है. प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के प्रमुख लड़ाकू दल जिसे PLGA के रूप में जाना जाता है, उनमें से भी 14 माओवादी कैडर को सुरक्षा बलों द्वारा मुठभेड़ में ढेर किया गया है.

जानकारी जुटा रहे अधिकारी

पुलिस अधीक्षक, कांकेर आई.के. एलेसेला द्वारा मारे गये माओवादियों की शिनाख्तगी कार्यवाही पूर्ण होने की स्थिति में अब उनके विरूद्ध पंजीबद्ध अपराध, लंबित वारण्ट एवं घोषित ईनाम इत्यादि के संबंध में संबंधित जिलों से जानकारी एकत्रित की जा रही है.

मूठभेड़ को लेकर नक्सलियों ने जारी किया था प्रेस नोट

पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के कलपर-आपाटोला मुठभेड़ में डिविजनल कमेटी सदस्य, एरिया कमेटी सदस्य, PLGA कैडर जैसे सक्रिय एवं महत्वपूर्ण कैडरों के पहली बार भारी संख्या में क्षति होने से भयभीत/बौखलाहट होकर असत्य एवं अनर्गल तथ्यों के उल्लेख करते हुये उत्तर बस्तर सब जोनल ब्यूरो द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया है. माओवादियों की उक्त प्रेस विज्ञप्ति से स्पष्ट हो रहा है कि माओवादी संगठन दिशा विहीन एवं नेतृत्व विहीन होकर खात्मा की ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है. पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा माओवादी कैडर को अविलंब हिंसा त्यागकर समाज के मुख्यधारा में शामिल होकर क्षेत्र के शांति एवं विकास में भागीदार बनते हुए पुनः अपील किया गया है.
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा यह भी बताया गया कि बस्तर रेंज में तैनात सुरक्षा बलों द्वारा क्षेत्र की जनता की जान-माल की रक्षा हेतु सदैव तत्पर होकर माओवादियों के विरूद्ध प्रभावी रूप से कार्यवाही की जायेगी, जिससे क्षेत्र की जनता को माओवादियों के हिंसक गतिविधियोें से मुक्ति मिलने के साथ-साथ बस्तर को एक नया सकारात्मक पहचान प्राप्त हो सके.

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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