Chhattisgarh News: बीजेपी की जीत के लिए एक उंगली काटकर मंदिर में चढ़ा दी गई.
Chhattisgarh News: इलाज के बाद उंगली में तेजी से सुधार हो रहा है। अंबिकापुर के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने उनकी उंगली की जांच की है. सबसे बड़ी बात...
अंबिकापुर, Chhattisgarh News: ऐतिहासिक, पुरातात्विक और धार्मिक महत्व से जुड़े बलरामपुर जिले के डीपाडीह गांव के युवा किसान दुर्गेश पांडे ने बीजेपी की जीत के लिए अपने बाएं हाथ की एक उंगली (तर्जनी) आधी काटकर देवी मंदिर में चढ़ा दी. अत्यधिक रक्तस्राव के बावजूद वह विचलित हुए बिना अस्पताल पहुंचे।इलाज के बाद उंगली में तेजी से सुधार हो रहा है। अंबिकापुर के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने उनकी उंगली की जांच की है. सबसे बड़ी बात यह है कि युवा किसान दुर्गेश पांडे सीधे तौर पर बीजेपी से नहीं जुड़े हैं और न ही उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली है, लेकिन वह बीजेपी के सनातन की रक्षा के विचार से प्रभावित हैं.
मतदान के पहले काटी थी ऐसे उंगली
दुर्गेश ने बताया कि 4 जून को वोटों की गिनती होनी थी. उससे पहले 3 जून 2024 की शाम वह अकेले डीपाडीह के सामंत सरना गए थे. पुरातात्विक महत्व की मूर्तियों के अलावा यहां मां काली की भी एक मूर्ति है। इस मंदिर से आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। क्षेत्र के लोगों का मानना है कि यहां हर मनोकामना पूरी होती है। उन्होंने बीजेपी की जीत और तीसरी बार सरकार बनाने की कामना से अपनी तर्जनी का आधा हिस्सा भी काटकर मंदिर में चढ़ा दिया. खून से पूजा की. उस स्थान पर उंगली कट गई को छोड़ना उचित नहीं था इसलिए उसे लेकर वे शंकरगढ अस्पताल पहुंचे।
यहां चिकित्सकों ने उपचार किया
अंगुली का कटा हिस्सा स्थानीय स्तर पर जुड़ पाना संभव नहीं था इसलिए सिर्फ उपचार कराया गया। शंकरगढ के चिकित्सकों की सलाह पर उन्होंने अंबिकापुर के विशेषज्ञ चिकित्सकों से भी उपचार कराया है। कृषक दुर्गेश पांडेय ने बताया कि मतदान के बाद जैसे – जैसे मतगणना की तारीख आ रही थी वैसे-वैसे परिणाम को लेकर लोगों में चर्चाएं भी चल रही थी।गांव के अलावा वे जहां भी जा रहे थे, वहां जीत-हार की बातों ने उनके मन मष्तिष्क पर असर डाला। कांग्रेस कार्यकर्ता और प्रवक्ताओं की बातों से उनमें निराशा का भाव जागृत हो रहा था ऐसे में उन्होंने देवी मां के पास जाकर भाजपा की जीत के लिए पूजा की और अपनी एक अंगुली काट कर चढ़ा दिया।
कृषक दुर्गेश पांडेय ने कहा कि सामंत सरना ऐसा स्थल है जहां गांव के लोग सामूहिक रूप से पूजा अर्चना करते हैं। अच्छी बारिश और बेहतर पैदावार को लेकर यहां मन्नत मांगने पर पूरी होती है। वर्षो से यह स्थल धार्मिक आस्था का केंद्र हैं। मुझे खुशी है कि मेरी इच्छा पूरी हुई। भाजपा की तीसरी बार सरकार बन रही है। यदि 400 का लक्ष्य पूरा हो जाता तो मेरी खुशी दोगुनी हो जाती।