जगदलपुर

Dantewada Naxal Attack: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली, मुठभेड़ में 9 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है

Dantewada Naxal Attack: पश्चिम बस्तर डिविजन के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद संयुक्त पुलिस दल सर्च ऑपरेशन पर निकला था. इस दौरान नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी.....

जगदलपुर,Dantewada Naxal Attack:  छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. मंगलवार सुबह दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती इलाके में गश्त पर निकली पुलिस टीम और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में मारे गए 9 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं. साथ ही एसएलआर, 303 राइफल, 315 बोर बंदूक समेत भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद किया गया है.

Dantewada Naxal Attack:  एसपी गौरव रामप्रवेश रॉय के मुताबिक

मंगलवार सुबह 6.30 बजे से सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है. दोनों तरफ से रुक-रुक कर फायरिंग की सूचना है. मुठभेड़ में मारे गए नक्सली संभवत: मिलिट्री प्लाटून नंबर 2 के सदस्य हो सकते हैं। सभी जवान सुरक्षित बताए जा रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक, बैलाडीला पहाड़ी की तलहटी में पश्चिम बस्तर डिवीजन के 30-35 नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना मिली थी, जिसके बाद लोहा गांव की तरफ से डीआरजी, बस्तर फाइटर, सीआरपीएफ यंग प्लाटून, सीआरपीएफ 111 वीं बटालियन की अलग-अलग टुकड़ियों को सर्चिंग पर रवाना किया गया था।इसी दौरान पुरंगेल के जंगल मे नक्सलियों ने जवानों को आता देख गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बल की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई। फिलहाल पुलिस पार्टियां वापस नहीं लौटी हैं। जिले में लंबे समय बाद फोर्स को इतनी बड़ी कामयाबी मिली है।

65 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना थी

अधिकारियों के मुताबिक, 5 से 7 किमी के जंगली इलाके में 65 नक्सलियों के छिपे होने की आशंका थी। सूचना मिलने पर दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की पुलिस ने अन्य सुरक्षाबलों के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया।अधिकारियों के मुताबिक, अभी मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ खत्म होने के बाद पुलिस पार्टी से पूरी सूचना मिलेगी। बड़ी संख्या में नक्सली घायल हुए हैं, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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