रायपुर

GP Singh returns in CG Police: आईपीएस जीपी सिंह को बड़ी राहत, कैट ने दिए बहाली के निर्देश, देशद्रोह समेत इन मामलों में हुए थे बर्खास्त

जीपी सिंह की सीजी पुलिस में वापसी छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आईपीएस जीपी सिंह को केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) से बड़ी राहत मिली है

रायपुर,GP Singh returns in CG Police: जीपी सिंह की सीजी पुलिस में वापसी छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आईपीएस जीपी सिंह को केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) से बड़ी राहत मिली है। कैट ने जीपी सिंह से जुड़े सभी मामलों को चार हफ्ते में निपटाने को कहा है. साथ ही उनकी ड्यूटी बहाल करने के भी आदेश दिए गए हैं. छत्तीसगढ़ सरकार ने 2022 में जीपी सिंह के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया था। इस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। हालांकि, बाद में उन्हें हाई कोर्ट से जमानत मिल गई।

छापेमारी में बरामद संपत्ति के आधार पर एसीबी ने जीपी सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज की थी

आपको बता दें कि कांग्रेस सरकार के दौरान 1 जुलाई 2021 को एसीबी की टीम ने उनके पुलिस लाइन स्थित सरकारी बंगले के अलावा राजनांदगांव और ओडिशा समेत 15 अन्य जगहों पर छापेमारी की थी. जिसमें 10 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति के साथ कई संवेदनशील दस्तावेज मिले थे. छापेमारी में बरामद संपत्ति के आधार पर एसीबी ने जीपी सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज की थी. वहीं सरकार ने उन्हें 5 जुलाई को निलंबित कर दिया और 8 जुलाई की रात उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर लिया |

कौन हैं आईपीएस जीपी सिंह?

आईपीएस गुरजिंदर पाल सिंह यानी जीपी सिंह छत्तीसगढ़ कैडर के 94 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। आईपीएस जीपी सिंह ने अपना प्रशिक्षण मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शुरू किया और एमपी के विभिन्न जिलों में तैनात रहने के बाद वर्ष 1998-1999 में जिला इंदौर के एडिशनल एसपी के रूप में चुने गए। मध्य प्रदेश के इंदौर में एडिशनल एसपी सिटी के रूप में आईपीएस जीपी सिंह ने कई संवेदनशील इलाकों में सांप्रदायिक स्थितियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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