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Hathras Stampede Incident: कोर्ट ने हाथरस कांड के मुख्य आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा, देवप्रकाश मधुकर को आज गिरफ्तार कर लिया गया.

Hathras Stampede Incident: हाथरस भगदड़ घटना के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को CJM कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.....

हाथरस,Hathras Stampede Incident: उत्तर प्रदेश के हाथरस में 02 जुलाई को हुई भगदड़ मामले के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर ने आज दिल्ली में सरेंडर कर दिया. इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है. जिस सत्संग में भगदड़ मची थी, उसका मुख्य सेवादार मधुकर इस घटना के संबंध में हाथरस के सिकंदराराऊ पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में नामित एकमात्र आरोपी है। इस घटना में 121 लोगों की मौत हो गई.

Hathras Stampede Incident: कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

अब इस मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आ रहा है. हाथरस भगदड़ कांड के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को सीजेएम कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

#WATCH हाथरस, उत्तर प्रदेश: हाथरस भगदड़ घटना के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को CJM कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा। pic.twitter.com/5yYscaiot3

देवप्रकाश मधुकर के वकील ने कही ये बात

Hathras Stampede Incident :  एक वीडियो संदेश में मधुकर के वकील ए पी सिंह ने दावा किया कि उनके मुवक्किल ने दिल्ली में आत्मसमर्पण कर दिया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। सिंह ने कहा, ‘‘आज हमने देवप्रकाश मधुकर का आत्मसमर्पण करा दिया है, क्योंकि उनका यहां इलाज चल रहा था, इसलिए दिल्ली में पुलिस, एसआईटी और एसटीएफ को बुलाया गया।’’ वकील ने कहा, ‘‘हमने वादा किया था कि हम अग्रिम जमानत के लिए आवेदन नहीं करेंगे, क्योंकि हमने कुछ गलत नहीं किया है। हमारा अपराध क्या है? वह एक इंजीनियर और हृदय रोगी हैं। चिकित्सकों ने कहा कि उनकी हालत अब स्थिर है और इसलिए हमने जांच में शामिल होने के लिए आज आत्मसमर्पण कर दिया।’’

हाल में, उच्चतम न्यायालय के वकील ने दावा किया था कि वह उन सूरजपाल उर्फ ​​नारायण साकार हरि उर्फ ​​भोले बाबा का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनके सत्संग में भगदड़ मची थी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने मधुकर की गिरफ्तारी के लिए मदद करने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। इस मामले में गुरूवार तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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