रायपुर

Jharkhand gangster Aman Sahu: गैंगस्टर अमन साहू ने मांगी थी 15 करोड़ की रंगदारी, पैसे नहीं देने पर मारी गोलियां, 28 अक्टूबर तक भेजा गया जेल

Jharkhand gangster Aman Sahu: झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू को कोर्ट में पेश किया गया, जहां तीन दिन की रिमांड के बाद उसे 28 अक्टूबर तक जेल भेज दिया गया. उन्हें तेलीबांधा थाना क्षेत्र में पीआरए ग्रुप के बाहर फायरिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया था. ....

रायपुर,Jharkhand gangster Aman Sahu:  झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू को एक बार फिर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीन दिन की रिमांड के बाद उसे 28 अक्टूबर तक जेल भेज दिया गया. उन्हें तेलीबांधा थाना क्षेत्र में पीआरए ग्रुप के बाहर फायरिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में अमन ने बताया कि यह फायरिंग उसके निर्देश पर की गयी थी.

दरअसल, पीआरए ग्रुप ने झारखंड में 800 करोड़ रुपये का एक बड़ा ठेका लिया था, जिसके लिए गैंगस्टर ने दो प्रतिशत रंगदारी मांगी थी। इस मांग के तहत अमन ने लगभग 15 करोड़ रुपये की डिमांड की थी। पैसे न मिलने पर उसने दहशत फैलाने के लिए ऑफिस के बाहर गोली चलवाने का आदेश दिया। पुलिस ने इस गोलीकांड में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनका अमन के साथ संबंध बताया जा रहा है।naidunia_image

अमन साहू के नाम से जुड़े अन्य मामले:

अमन साहू का नाम कई अन्य आपराधिक मामलों में भी आया है।

  • 30 सितंबर 2022 को शाम 6.22 बजे आरकेटीसी के टीपी नगर कोरबा ऑफिस के बाहर एक हेलमेट पहने बाइक सवार ने फायरिंग की और ऑफिस में एक परचा फेंका। परचे में लिखा था कि झारखंड में ट्रांसपोर्ट कारोबार करने के लिए अमन साहू गैंग से लेन-देन करना होगा। इस मामले की रिपोर्ट कोरबा टीपी नगर थाने में दर्ज की गई थी।
  • 11 फरवरी 2023 को शाम 6.52 बजे आरकेटीसी के शंकर नगर सेक्टर-2 रायपुर ऑफिस के सामने बाइक सवार दो युवक पहुंचे। उन्होंने कंपनी के गेट के पास एक चक्कर लगाने के बाद एक बार फायरिंग की, जो दीवार में लगी। सिविल लाइन पुलिस ने इस घटना की रिपोर्ट दर्ज की और फायरिंग करने वाले दो आरोपितों को पकड़ लिया।
  • 11 जून 2023 को सुबह करीब 11 बजे अनुपम नगर के पास करिश्मा अपार्टमेंट में इंद्रमणि कोल कंपनी के मुंशी विजयशेखर पांडेय के फ्लैट पर किसी ने फायरिंग की। गोली बालकनी में लगे शीशे को छेदते हुए अंदर गिरी। पुलिस ने इस घटना की भी रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन शूटरों का कोई पता नहीं चला है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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