मध्य प्रदेश

MP Breaking News: एमपी में लोकायुक्त पुलिस ने पंचायत सचिव के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की

MP Breaking News: शाजापुर जिले के कालापीपल मंडी में गुरुवार सुबह लोकायुक्त पुलिस ने पंचायत सचिव के घर पर छापा मारा। इसके साथ ही आष्टा, सीहोर में सचिव के अन्य ठिकानों पर भी कार्रवाई की जा रही है।

सीहोर,MP Breaking News:  उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने आज सुबह शाजापुर जिले के कालापीपल मंडी पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा के घर और सीहोर जिले के आष्टा में उनके दो ठिकानों पर छापा मारा।

जानकारी के अनुसार पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा पूर्व में सीहोर जिले की कोठरी सहित अन्य पंचायतों में पदस्थ रह चुके हैं। बाद में उनका तबादला उनके ही गृह जिले शाजापुर में कर दिया गया। वह वर्तमान में कालापीपल पंचायत में सचिव के पद पर हैं।

लोकायुक्त पुलिस की 6 सदस्यीय टीम ने उनके कालापीपल स्थित घर और आष्टा स्थित दो ठिकानों पर छापेमारी की है. टीम सुबह से ही यहां दस्तावेज खंगाल रही है। पंचायत सचिव पर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप लगा है. जिसकी शिकायत के बाद उज्जैन की लोकायुक्त टीम ने छापा मारकर जांच शुरू कर दी है.

पेट्रोल पंप में भी बताई जा रही हिस्सेदारी

कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि पंचायत सचिव राजनीति संरक्षण में है। बताया जा रहा है कि पंचायत सचिव सरकारी नौकरी के साथ ही अप्रत्यक्ष रूप से कई प्रतिष्ठानों को भी संचालित करता है। आष्टा स्थित एक पेट्रोल पंप में भी उनकी हिस्सेदारी बताई जा रही है, वही एक टेक्सटाइल की दुकान संचालित है, जिस पर कार्रवाई की जा रही है।

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लोकायुक्त टीम की जांच जारी

पंचायत सचिव के ठिकानों पर लोकायुक्त की टीम ने सुबह 5 बजे की छापा मारा। इसके बाद से लगातार लोकायुक्त की टीम अभी तक जांच में जुटी है। सूत्रों के अनुसार सचिव के पास से कई संवेदनशील दस्तावेज प्राप्त होने की सूचना मिली है।

कार्रवाई की पुष्टि आधिकारिक तौर पर उज्जैन लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक ने की है, जहां उनकी टीम कालापीपल के ग्राम पंचायत सचिव मुरलीधर शर्मा के आष्टा के दो ठिकानों सहित शाजापुर के बमुलिया, मुछाली, कालापीपल के कई ठिकानों पर लोकायुक्त की टीम जांच कर रही है। इसी के चलते सीहोर जिले की आष्टा के भैरव ट्रेडर्स पर भी छापामार कार्रवाई घर जहां की जा रही है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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