मध्य प्रदेश

MP Nursing Colleges Scam: मंडलेश्वर नर्सिंग कॉलेज में तीन साल से नहीं हुई परीक्षा, कई विद्यार्थियों का भविष्य बर्बाद

MP Nursing Colleges Scam: इस फर्जीवाड़े के उजागर होने के बाद न तो कॉलेज प्रबंधन कोई प्रतिक्रिया देने की स्थिति में है और न ही स्थानीय प्रशासन..

खरगोन,MP Nursing Colleges Scam:  नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद (MP Nursing Colleges Scam) जिले में चल रहे कॉलेजों की मान्यता भी सवालों के घेरे में आ गई है. कॉलेजों के खिलाफ छात्र-छात्राएं खुद मुखर हो रहे हैं। जिले के मंडलेश्वर में चल रहे सुजस नर्सिंग कॉलेज के प्रबंधन और छात्रों के बीच चल रहा मामला मंगलवार को जिला मुख्यालय तक पहुंच गया. बड़ी संख्या में पहुंचे छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन पर कागज पर कॉलेज चलाने, फर्जी तरीके से उनसे लाखों रुपये की फीसभविष्य बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

(MP Nursing Colleges Scam) छात्रों की मांग है कि तीन साल से परीक्षाएं नहीं हुई हैं

हमारे दस्तावेज दूसरे कॉलेजों में स्थानांतरित किए जाएं और प्रवेश देने के साथ-साथ परीक्षाएं भी ली जाएं ताकि उनका शैक्षणिक सत्र खराब न हो। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा को सौंपे शिकायती पत्र में छात्रा प्रीति गिरवाल, अश्विनी रायकवार, खुशी श्रीवास, शिवानी डावर आदि ने बताया कि उन्होंने तीन साल पहले कॉलेज में प्रवेश लिया था।

तीन साल में एक बार भी परीक्षा नहीं हुई. हाल ही में दूसरे कॉलेजों में हो रहे नामांकन के बाद कॉलेज को मान्यता नहीं मिलने की जानकारी मिली है. इसके बाद कॉलेज में पढ़ने वाली सभी छात्राएं अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। इस फर्जीवाड़े के उजागर होने के बाद न तो कॉलेज प्रबंधन कोई प्रतिक्रिया देने की स्थिति में है और न ही शिकायत के बाद स्थानीय प्रशासन कोई कार्रवाई कर रहा है। छात्रों का कहना है कि शिकायत के बाद कलेक्टर ने कहा कि वह एक टीम बनाएंगे. इसके बाद कॉलेज का निरीक्षण किया जाएगा।

किराए के तीन कमरों से कालेज

विद्यार्थियों ने आरोप लगाया है कि कालेज के पास मान्यता नहीं है। इसके बाद भी जीएनएम और बीएससी नर्सिंग में धड़ल्ले से एडमिशन दिए गए। इतना ही नही विद्यार्थियों से इनरोलमेंट के नाम पर 25-25 हजार रुपए की मोटी फीस वसूल की है, लेकिन आज तक नामांकन नहीं हुआ है। इसके अलावा कालेज फीस के नाम पर समय- समय पर रुपए वसूल किए गए। जबकि कालेज में न तो स्वयं का भवन है, कालेज के नाम पर तीन कमरों का भवन किराये पर ले रखा है।वहां भी न ही पानी, न ही सुविधाघर जैसी बुनियादी सुविधाएं हैं। कालेज केवल किसी अफसर की विजिट के दौरान बुलाया जाता था। न हमें प्रैक्टिस कराई जाती है न ही पढ़ाई होती है। अब कालेज प्रबंधन कर रहा अभद्र व्यवहार विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि जब कालेज के फर्जीवाडे का मामला उजागर हुआ तो हमने प्रबंधन से मुलाकात कर उनका पक्ष जानना चाहा।

इस पर प्रबंधन द्वारा अभद्र व्यवहार कर हमें कोई जवाब नहीं दिया गया। विद्यार्थियों का कहना है कि रोजगार और अच्छे भविष्य की आस में तीन वर्ष पढ़ाई की थी, लेकिन अब उन्हें अपना भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। परिवार वाले भी मानसिक रुप से परेशान है। इसके अलावा ओरिजनल डाक्यूमेंट जिसमें टीसी सहित 10 वीं, 12 वीं की मार्कशीट, पेन कार्ड, बैंक पास बुक, आधार कार्ड जैसे अन्य दस्तावेज कालेज प्रबंधन के पास है। हम काफी समय से परेशान हो रहे हैं।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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