बिलासपुर

Murder In Bilaspur: लिव-इन रिलेशनशिप में रहने से इनकार करने पर प्रेमी का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उसने लड़की की गर्दन पर कुल्हाड़ी से कई वार कर हत्या कर दी.

Murder In Bilaspur: कोटा थाना प्रभारी रजनीश सिंह ने बताया कि अमाली निवासी गुलशन यादव (24) गांव में रहकर मजदूरी करता था. उसका गांव की ही रहने वाली युवती अंजू यादव (22) से प्रेम प्रसंग चल रहा था।

बिलासपुर,Murder In Bilaspur: लिव-इन रिलेशनशिप में रहने से इनकार करने पर एक युवक ने अपनी प्रेमिका की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद युवक ने खुद ही गांव के लोगों को इसकी जानकारी दी. हत्या की सूचना मिलने पर कोटा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया. पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया है. उससे घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है।

(Murder In Bilaspur) दो माह पहले वे गांव में ही एक मकान में अलग-अलग रहने लगे

कोटा थाना प्रभारी रजनीश सिंह ने बताया कि अमाली निवासी गुलशन यादव (24) गांव में रहकर मजदूरी करता था. उसका गांव की ही रहने वाली युवती अंजू यादव (22) से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों के परिवार इस शादी के खिलाफ थे। शादी नहीं हो सकी तो दोनों ने साथ रहने का फैसला किया. दो माह पहले वे गांव में ही एक मकान में अलग-अलग रहने लगे। इस बीच दोनों की शादी नहीं हो सकी. यहाँ लड़कीबिना शादी के दूसरे मकान में नहीं रहना चाहती थी।

वह गुलशन पर शादी कर अपने घर में रहने की बात कह रही थी

इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होता रहता था। रविवार सुबह भी इसी बात पर दोनों के बीच विवाद हुआ। इसके बाद दोनों शांत हो गये. दोपहर में भी इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। बार-बार के विवाद से गुस्साए युवक ने घर में रखी कुल्हाड़ी से अंजू की गर्दन पर कई वार किए। इससे बच्ची की मौके पर ही मौत हो गयी. हत्या के बाद युवक ने खुद ही गांव के लोगों को इसकी जानकारी दी.गांव के लोगों ने हत्या की सूचना पुलिस को दी। इस पर पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर चीरघर भेज दिया है। सोमवार को शव का पीएम कराया जाएगा। इधर पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया है। उससे घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

Related Articles

Back to top button