Online Fraud: शेयर ट्रेडिंग के नाम पर बड़ा ‘खेल’…10 राज्यों में 80 लोगों से करोड़ों की ठगी, सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार
Online Fraud: रायपुर साइबर थाना पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी के आरोप में सॉफ्टवेयर इंजीनियर विकास चंद्राकर और उसके सहयोगी आशीष....
रायपुर,Online Fraud: रेंज साइबर थाना रायपुर ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी सॉफ्टवेयर इंजीनियर विकास चंद्राकर और उसे हिसाब-किताब उपलब्ध कराने वाले आशीष साहू को भिलाई से गिरफ्तार कर लिया गया है।आरोपियों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर छत्तीसगढ़ समेत करीब 10 राज्यों में करोड़ों रुपए की ठगी की है. विकास चंद्राकर खुद अपने शिकारों को जाल में फंसाकर ठगी करता था. आशीष साहू रेलवे और हवाई टिकट केंद्र की आड़ में लोगों से बैंक खाते किराए पर लेता था और उन्हें विकास चंद्राकर को उपलब्ध कराता था।
धोखाधड़ी के करीब 80 मामलेआरोपी विकास और उसके गैंग से जब्त बैंक खातों में अलग-अलग राज्यों में धोखाधड़ी के करीब 80 मामले दर्ज हैं. उनके पास से 4 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 7 डेबिट कार्ड, एक कार और बैंक खाते से 8 लाख रुपये जब्त किए गए हैं.डॉ. हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, टाटीबंध में रहने वाले सेवानिवृत्त सिविल सर्जन प्रकाश गुप्ता ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपियों ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम पर उनसे 74.49 लाख रुपये की ठगी की है. इसके बाद रेंज साइबर थाना रायपुर ने मामले की जांच शुरू की.
रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा द्वारा रेंज साइबर थाना की टीम को तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के संबंध में निर्देश दिया गया। जांच में प्रार्थी ने जिन बैंक खातों में रकम डाली थी, उसकी जांच की गई। वहीं मोबाइल नंबरों की पड़ताल की गई। जिस पर आरोपी आशीष साहू द्वारा विभिन्न बैंकों में खाता खुलावकर अपने साथी आरोपी विकास चंद्राकर को दिया गया था।
मसूरी में बैठकर चल रहा था ठगी का खेल
आरोपी विकास चंद्राकार निवासी भिलाई पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वह दो साल से शेयर ट्रेडिंग के नाम ठगी का खेल चला रहा। यह वर्चुअल नंबर का प्रयोग करता है और अन्य लोगों से बैंक खाते किराया में लेकर ठगी की रकम जमा करवाने में प्रयोग करता था। विकास मसूरी में अन्य साथियों के साथ मिलकर शेयर मार्केट में मुनाफा कमाने का झांसा देकर ठगी करता था। उसके अन्य साथियों की पुलिस पतासाजी कर रही है।
हर खाते का कमीशन
आशीष साहू लोगों से किराए में खाते लेता था। उसके बदले में उन्हें 5 से 7 हजार रुपए उपलब्ध करवाता था। पुलिस ने जिन बैंक खातों के आधार पर आरोपियों को पकड़ा है, उसमें डॉक्टर से 25 लाख रुपये जमा करवाए गए थे। इसके बदले में विकास ने आशीष को कमीशन के रूप में तीन लाख 70 हजार रुपए दिए थे। पुलिस ने विकास चंद्राकर के 10 से अधिक बैंक खाते की जानकारी प्राप्त हुई है।