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70 Pakistani in Delhi Hotel: होटल में 70 से ज्यादा पाकिस्तानियों के रुकने की सूचना से हड़कंप, अर्धसैनिक बल तैनात

होटल में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिकों के रुकने से कई सवाल खड़े होते हैं. क्या सुरक्षा एजेंसी को इस बात की जानकारी नहीं थी कि होटल में इतनी बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक ठहरे हुए हैं, क्या ये पाकिस्तानी अवैध रूप से आए थे?

दिल्ली, 70 Pakistani in Delhi Hotel: शुक्रवार रात दिल्ली पुलिस समेत देश की सुरक्षा एजेंसियों में उस वक्त हड़कंप मच गया जब खुफिया एजेंसी को सूचना मिली कि पहाड़गंज स्थित टुडे इंटरनेशनल होटल में 60 से 70 पाकिस्तानी ठहरे हुए हैं. इस जानकारी के बाद सुरक्षा एजेंसी अलर्ट हो गई. पूरे होटल के सामने और आसपास बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.

70 Pakistani in Delhi Hotel कि जानकारी के बाद दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को शुरुआती जांच के बाद पता चला कि कुछ संदिग्ध गतिविधियां हो रही थीं. इसके बाद जानकारी मिली कि टुडे इंटरनेशनल होटल में बड़ी संख्या में 70 Pakistani in Delhi Hotel में ठहरे हुए हैं.

क्या ये Pakistani Hindu Refugees in Delhi अवैध रूप से आए थे?

होटल में बड़ी संख्या में Pakistani Hindu Refugees in Delhi के रुकने से कई सवाल खड़े होते हैं. क्या सुरक्षा एजेंसी को इस बात की जानकारी नहीं थी कि होटल में इतनी बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक ठहरे हुए हैं, क्या ये पाकिस्तानी अवैध रूप से आए थे? दिल्ली पुलिस के तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और जांच शुरू कर दी गई है.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर क्यों पहुंचे?

मध्य जिला पुलिस उपायुक्त एम हर्ष वर्धन का कहना है कि यह एक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल है जो निज़ामुद्दीन दरगाह के लिए आया है। इसके बावजूद कई सवाल उठ रहे हैं कि जब यह प्रतिनिधिमंडल आया है तो दिल्ली पुलिस को इसकी पहले से जानकारी होगी तो फिर भारी संख्या में पुलिस बल क्यों तैनात किया गया है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर क्यों पहुंचे हैं.

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Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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