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Parliament Session 2024: NEET मुद्दे पर विपक्ष का लोकसभा से वॉकआउट; राज्यसभा में फिर भिड़े धनखड़-खड़गे

Parliament Session 2024: दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा का सत्र दोबारा शुरू हुआ। विपक्ष ने केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, नीट.....

नई दिल्ली, Parliament Session 2024: माइक बंद करने के आरोप पर ओम बिरला ने कही ये बातलोकसभा में विपक्ष के विरोध के बीच स्पीकर ओम बिरला ने कहा, ”सदन के बाहर कुछ सांसदों का आरोप है कि स्पीकर माइक बंद कर देते हैं. माइक का नियंत्रण उनके हाथ में नहीं है कुर्सी पर बैठा व्यक्ति।”

मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार को घेरा

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए राज्यसभा नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राष्ट्रपति संसद का सबसे महत्वपूर्ण अंग है. हम राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं. इस साल राष्ट्रपति का पहला संबोधन जनवरी में और दूसरा जून में था. पहला संबोधन चुनाव के लिए था और दूसरा उसकी कॉपी थी. उनके संबोधन में दलित, अल्पसंख्यक वर्ग और पिछड़े वर्ग के लिए कुछ नहीं था. राष्ट्रपति के अभिभाषण में न तो कोई दृष्टि थी और न ही कोई दृष्टिकोण.न तो कोई विजन था और न ही कोई दिशा। पिछली बार की तरह यह सिर्फ सरकार की सराहना के शब्दों से भरा था।

राहुल लोकसभा में बोलेंगे

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक बजे बोलेंगे। वे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में हिस्सा लेंगे।
अमित शाह थोड़ी देर में करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज दोपहर 1 बजे संसद लाइब्रेरी में मीडिया को संबोधित करेंगे।

खरगे-धनखड़ के बीच मजेदार चर्चा

राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच द्विवेदी, त्रिवेदी और चतुर्वेदी को लेकर चर्चा हुई। खरगे ने चर्चा के दौरान कहा कि मैं द्विवेदी, त्रिवेदी और चतुर्वेदी में अब भी कन्फ्यूज रहता हूं। ये सब मेरे लिए अभी भी नया है। इस बीच जगदीप धनखड़ ने कहा कि हम इस पर आधे घंटा बात कर सकते हैं।

अध्यक्षों के पैनल में इन्हें शामिल किया गया

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को सदन की कार्यवाही चलाने में मदद करने के लिए अध्यक्षों के एक पैनल का नाम घोषित किया। बिरला ने जगदंबिका पाल, पीसी मोहन, संध्या राय, दिलीप सैकिया, ए राजा, काकोली घोष दस्तीदार, कृष्ण प्रसाद और अवधेश प्रसाद का नाम शामिल किया। अध्यक्ष के कुर्सी पर न होने पर अध्यक्षों का पैनल सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता करता है। उन्हें अध्यक्ष में निहित सभी शक्तियां मिलती हैं। हाल ही में संसदीय चुनावों के बाद 18वीं लोकसभा का गठन किया गया था।

कांग्रेस सांसद गोगोई ने गडकरी से की यह अपील

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से जोरहाट में तियोक-शिवसागर राजमार्ग पूरा करने के लिए हस्तक्षेप करने और तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। गोगोई ने कहा कि इस राजमार्ग की हालत खराब है। इस निर्माणाधीन राजमार्ग के निर्माण स्थल से एक वीडियो जारी करते हुए गोगोई ने कहा कि कई वर्षों से काम अटका है और आए दिन दुर्घटनाएं तथा बड़ी देर तक, दूर दूर तक यातायात जाम आम बात हो गई है। यह राजमार्ग जोरहाट लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है जिसका प्रतिनिधित्व गोगोई करते हैं।

शपथ के दौरान नारे लगाए जाने को लेकर ओम बिरला की दो टूक 

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शपथ ग्रहण के दौरान कई सदस्यों द्वारा अलग-अलग नारे लगाए जाने की पृष्ठभूमि में सोमवार को सदन में कहा कि शपथ और प्रतिज्ञान की शुरुआत में या आखिर में अतिरिक्त शब्दों अथवा वाक्यों का इस्तेमाल संसद की गरिमा के अनुरूप नहीं है तथा यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो। उन्होंने सदन की बैठक शुरू होने पर यह भी कहा कि इससे संबंधित विषयों पर गहन विचार-विमर्श करते हुए एक संसदीय समिति का गठन किया जाएगा जिसमें प्रमुख दलों के सदस्य शामिल होंगे।

मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के सभापति से की यह अपील

मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के सभापति से अपील की कि संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी, बाबा साहेब आंबेडकर और अन्य नेताओं की प्रतिमाएं उनके मूल स्थानों पर पुन:स्थापित कर दी जाएं।

धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा शुरू

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा शुरू हुई। अनुराग ठाकुर ने इसकी शुरुआत की। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने ‘नीट’ के मुद्दे पर चर्चा की मांग रखी। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा कर लेने दीजिए, फिर सभी अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। हालांकि, विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा और सदन से वाकआउट कर लिया।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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