राजनंदगांव

Saraswati Cycle Yojana: सरस्वती साइकिल योजना से 2600 बेटियों को दी जायेगी मुफ्त साइकिल, तैयारी में जुटा प्रशासन

Saraswati Cycle Yojana: शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार हर गांव में प्राइमरी स्कूल की सुविधा देती है, लेकिन कई गांवों में हाई स्कूल थोड़ी......

राजनांदगांव, Saraswati Cycle Yojana: शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार हर गांव में प्राइमरी स्कूल की सुविधा देती है, लेकिन कई गांवों में हाई स्कूल थोड़ी दूर होता है, जिसके कारण 8वीं कक्षा तक शिक्षा पूरी करने के बाद ज्यादातर बेटियां दूर रहकर ही अपनी पढ़ाई जारी रखती हैं। विद्यालय। इसे ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए सरस्वती साइकिल योजना शुरू की गई। इस योजना के माध्यम से 8वीं कक्षा उत्तीर्ण कर 9वीं कक्षा में जाने वाली छात्राएंको उनके आगे की शिक्षा में आवागमन हेतु सहूलियत प्रदान करने नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया जाने लगा। सरस्वती साइकिल योजना के माध्यम से लाभान्वित होने वाली छात्राएं अपनी आगे की पढ़ाई भी जारी रखने लगी।

Saraswati Cycle Yojana:  की जा रही तैयारी छत्तीसगढ़ सरकार की योजना से छात्राओं को काफी फायदा हुआ है

इस वर्ष राजनांदगांव में 2600 छात्राओं को सरस्वती साइकिल योजना के माध्यम से साइकिल बांटने की तैयारी शुरू कर दी गई है। राजनांदगांव शहर में साइकिल के पार्ट्स को फिट करने का काम कारीगरों द्वारा युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. छात्राओं को साइकिल वितरण के संबंध में राजनांदगांव कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग के माध्यम से सरस्वती साइकिल योजना संचालित की जा रही है.के तहत 9वीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली बेटियों को साइकिल दी जाती है। जिले में इस बार 2600 छात्राओं को साइकिल प्रदान किया जाएगा जिसकी शुरुआत हो चुकी है।

आगे की शिक्षा के लिए मिला प्रोत्साहन

Saraswati Cycle Yojana: कलेक्टर ने कहा कि, प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पहले कक्षा आठवीं के बाद बेटियों के ड्रॉप आउट की संख्या काफी थी, लेकिन इस योजना के आने के बाद से उन्हें आगे की शिक्षा के लिए प्रोत्साहन मिला है। राजनांदगांव शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा 9वीं में प्रवेश करने वाली बेटियों को सरस्वती साइकिल योजना के माध्यम से नि:शुल्क साइकिल दिया जाएगा। जिससे उनके घर से स्कूल तक का सफर आसान होगा और स्कूल की ओर बढ़ते साइकिल के पाहिए उनके भविष्य के प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगे।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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