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Shardiya Navratri 2024: शक्तिपीठ हरसिद्धि में नवरात्र की तैयारी, दीपमालिका की बुकिंग करा रहे श्रद्धालु

Shardiya Navratri 2024: दीपक जलाने से पहले माता हरसिद्धि और दीपक की पूजा की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान हर दिन बुक किए गए सभी भक्तों को मंदिर में बुलाया जाएगा और सामूहिक पूजा की जाएगी.....

उज्जैन,Shardiya Navratri 2024: देश की 52 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर में शारदीय नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिर प्रबंधन की ओर से पेंटिंग और पेड़ों की छंटाई का काम शुरू कर दिया गया है। आगंतुकों की सुविधा के लिए मैटिन आदि भी खरीदे गए हैं।देशभर में श्रद्धालुओं ने दीप जलाने के लिए बुकिंग भी शुरू कर दी है. पंचांग गणना के अनुसार, देवी आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर, गुरुवार से शुरू होगा। शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर में घट स्थापना के साथ नौ दिवसीय उत्सव की शुरुआत होगी।

3100 रुपये है शुल्क

देशभर से भक्त माता हरसिद्धि के दर्शन करने आएंगे। नवरात्र के नौ दिनों में प्रतिदिन शाम को संध्या आरती के समय भक्तों के सहयोग से दीपमालिका प्रज्वलित की जाएगी। हरसिद्धि मंदिर प्रभारी इंद्रेश लोधी ने बताया नवरात्र के नौ दिनों में अधिक से अधिक भक्तों को दीपमालिका प्रज्वलित कराने का धर्मलाभ मिले, इस हेतु सामूहिक दीपमालिका प्रज्वलित कराई जाएगी। इसके लिए प्रति व्यक्ति 3100 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।

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400 भक्तों ने कराई बुकिंग

देशभर के करीब 400 भक्तों ने अलग-अलग दिनों के लिए दीपमालिका की बुकिंग भी करा ली है। सामूहिक दीपमालिका प्रज्वलित कराने के लिए संख्या की बाध्यता नहीं है, भक्त अपनी इच्छा के अनुसार नौ दिनों में स्पाट बुकिंग भी करा सकते हैं।

सामान्य दिनों में सिंगल बुकिंग करा सकते हैं भक्त

हरसिद्धि मंदिर की परंपरा अनुसार शारदीय नवरात्र में दीपमालिका प्रज्वलित की जाती है। लेकिन बीते कुछ वर्षों से भक्त अपने जन्म दिन, विवाह की वर्षगाठ आदि पर भी दीपमालिका प्रज्वलित कराते हैं। इससे अब सालभर दीपमालिका प्रज्वलित की जाने लगी है।

सामान्य दिनों में बुकिंग नहीं होने की स्थिति में कोई भी व्यक्ति दीपमालिका की सिंगल बुकिंग करा सकते हैं। एक व्यक्ति को दीपमालिका प्रज्वलित कराने में 15 हजार रुपये से अधिक खर्च आता है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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