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Shreyas Talpade: ‘मैं जिंदा हूं, किसी के साथ ऐसा मजाक मत करो’ मौत की अफवाहों से परेशान श्रेयस तलपड़े का अफवाह फैलाने वालों पर फूटा गुस्सा

Shreyas Talpade: बॉलीवुड एक्टर श्रेयस तलपड़े इन दिनों चर्चा में हैं। वजह है उनकी मौत की झूठी अफवाह. शुरुआत में श्रेयस ने ऐसी बातों को नजरअंदाज किया, लेकिन...

मनोरंजन,Shreyas Talpade: बॉलीवुड अभिनेता श्रेयस तलपड़े ने अपनी मौत की अफवाहों का खंडन किया है। साथ ही अगर आप ऐसे लोगों पर अपना गुस्सा उतारते हैं तो वे चंद लाइक्स और व्यूज के लिए अफवाहें फैलाते हैं। बता दें, सोमवार दोपहर से ही सोशल मीडिया पर चर्चा चल रही थी कि श्रेयस तलपड़े का निधन हो गया है। श्रेयस ने बताया कि शुरुआत में मैंने पोस्ट को नजरअंदाज कर दिया, लेकिन बाद में मुझे और मेरे परिवार को फोन पर कॉल आने लगीं। इससे हम सभी परेशान हो गये.

इसके बाद श्रेयस ने इंस्टाग्राम पर लंबी पोस्ट लिखकर अपनी प्रतिक्रिया दी। साथ ही उन्होंने लोगों से ऐसा नहीं कर की अपील भी की।

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अफवाहों पर श्रेयस तलपड़े की पोस्ट

श्रेयस तलपड़े  ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, ‘मैं जिंदा हूं। खुश और स्वस्थ हूं। जिंदगी में हंसी-मजाक जरूरी है, लेकिन जब इनका गलत इस्तेमाल होता है, तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है।

जो बात किसी ने मजाक में शुरू की थी, वह अब अनावश्यक चिंता पैदा कर रही है और उन लोगों की भावनाओं के साथ खेल रही है जो मेरी, खासकर मेरे परिवार की परवाह करते हैं। – श्रेयस तलपड़े

अपनी पोस्ट के आखिरी में श्रेयस तलपड़े ने लोगों से उनके निधन के बारे में गलत जानकारी फैलाना बंद करने का आग्रह किया। लिखा- ‘ट्रोल्स से मेरा एक अनुरोध है। कृपया ऐसा करना बंद कर दें। दूसरों की कीमत पर मजाक न करें। किसी और के साथ ऐसा न करें। मैं नहीं चाहूंगा कि आपके साथ कभी ऐसा कुछ हो, इसलिए कृपया संवेदनशील बनें। लाइक्स और कमेंट्स के लिए कभी भी दूसरे की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।’

श्रेयस ने अपनी बेटी के बारे में भी लिखा श्रेयस ने पोस्ट में अपनी बेटी का भी जिक्र किया. अफवाह फैलाने वालों से कहा कि मेरी एक छोटी बेटी है जो स्कूल जाती है। उन्हें मेरी सेहत की चिंता है. अगर आपकी पोस्ट वहां पहुंच गई तो उसका क्या होगा? इस तरह का मजाक उनके दिल को ठेस पहुंचाने वाला है.’

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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