रायपुर

Shri Kedar Kashyap: बच्चों में शिक्षा ग्रहण करने की अपार शक्ति, लगन और ईमानदारी से करें मां-बाप के सपनों को साकार: मंत्री श्री केदार कश्यप

Shri Kedar Kashyap: वन मंत्री राजधानी में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में हुए शामिल....

 रायपुर,Shri Kedar Kashyap:   वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप आज रायपुरा स्थित पंडित गिरिजा शंकर मिश्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने नौनिहालों को तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर शाला प्रवेश कराया। उन्होंने इस मौके पर बच्चों को शाला गणवेश तथा पाठ्यसामग्री वितरण भी किया। उन्होंने छात्राओं को सरस्वती सायकल योजना के तहत सायकल प्रदान किया। मंत्री श्री कश्यप ने इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए नवाचार मॉडल प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

Shri Kedar Kashyap: मंत्री श्री कश्यप ने शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों में अपार क्षमता है

शासकीय स्कूल के बच्चे कठिन पस्थितियों के बाद भी बेहतर परिणाम ला रहे हैं। यह हम सबके लिए यह खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि बच्चे लगन और ईमानदारी से शिक्षकों के आदर्श में चलकर शिक्षा ग्रहण कर अपने मां-बाप के सपनों को साकार करें, बच्चों को हताश-निराश होने की जरूरत नहीं है। समय को ध्यान रखते हुए खेलने के समय खेले-कुदे और पढ़ाई के समय पढ़ाई करें। गरीब, किसानों के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारी सरकार की प्राथमिकता में है। भविष्य निर्माता आज के नौनिहालों की शिक्षा-दिक्षा में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए सरकार तत्पर है। हमारी सरकार ने प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम जैसी बड़ी-बड़ी संस्थानें स्थापित की है। उच्च शिक्षा के लिए भी बाहर जाने की जरूरत नहीं है। अतिथियों ने इस मौके पर ‘‘मां के नाम एक पेड़’’ अभियान के तहत स्कूल परिसर में पौधा रोपण किया।

 

विधायक श्री मोती लाल साहू ने कहा कि सरकारी स्कूल के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है

आज प्राईवेट स्कूल से बेहतर परीक्षा परिणाम शासकीय स्कूलों मंें आ रहा है। शासकीय स्कूलों में प्रवेश के लिए काफी भीड़ लगी है, इससे शासकीय स्कूलों का महत्व और गुणवत्ता अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कम सुविधाओं और चुनौती पूर्ण परिस्थितियों में भी बेहतर परिणाम सराहनीय है। बच्चों को भी लगन और ईमानदारी से शिक्षा ग्रहण करना चाहिए।विधायक श्री अनुज शर्मा ने कहा कि नन्हें-नन्हें बच्चों को जीवन के नए पड़ाव में प्रवेश कराने आए हैं। उनका हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत है। उन्हांेने कहा कि सरकारी संस्थान में पढ़े-लिखे ज्यादा संस्कारी होते हैैं। आज के मंच में मंत्री, विधायक, कलेक्टर सहित जितने भी लोग है सभी सरकारी स्कूलों में पढ़कर आप लोगों के बीच उपस्थित हैं। आप लोगों को भी किसी प्राईवेट स्कूल के विद्यार्थियों को देखकर अपने आप को कमजोर आंकने की जरूरत नहीं है। आप लोगों में अपार शक्ति और जोश है, अपनी कड़ी मेहनत और लगन से इच्छानुसार परिणाम हासिल कर सकते हैैं।

शाला प्रवेश उत्सव

वन मंत्री राजधानी में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में हुए शामिल

वन मंत्री राजधानी में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में हुए शामिल

वन मंत्री राजधानी में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में हुए शामिल

विधायक गुरू खुशवंत साहेब ने जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अक्सर दूसरों के सुख सुविधओं और रहन-सहन को देखकर मन में उनकी तरह बनने की लालसा होती है। शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जिससे हर सुख सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम शाला में अनुशासन का पालन करते हैं। जीवन में भी अनुशासन से आगे बढ़ सकते हैं और अपनी मंजिल को प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य निर्माण में शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है। शिक्षकों को स्कूल के बच्चों को भी अपने बच्चों की तरह जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ाना चाहिए।इस अवसर पर कलेक्टर श्री गौरव कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विश्वदीप सिंह, नगर निगम के कमिश्नर श्री अविनाश मिश्रा, जिला शिक्षाधिकारी श्री खण्डेलवाल, वार्ड केे पार्षद श्री वीरेन्द्र देवांगन सहित शिक्षक-शिक्षिकांए तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

Related Articles

Back to top button