रायपुर

Social Media Viral Video: ध्यान दें ट्रेन में मिट्टी भरकर ₹500 का पावर बैंक बेच रहा शख्स, यात्री ने रंगे हाथों पकड़ा

Social Media Viral Video: ऐसा ही एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में एक शख्स यात्रियों को पावर बैंक बेचता...

रायपुर, Social Media Viral Video: ट्रेन में अक्सर लोग हर तरह का सामान बेचते दिख जाएंगे। कोई पानी, चना, ईयरफोन समेत अन्य तरह का सामान बेचता नजर आ रहा है। इनमें से कई लोग यात्रियों को बेवकूफ बनाने से भी नहीं कतराते. ऐसा ही एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में एक शख्स यात्रियों को पावर बैंक बेचता नजर आ रहा है. वह उनकी कीमत 500 रुपये और 550 रुपये बताता है। इसी बीच एक यात्री उसकी चोरी पकड़ लेता है। दरअसल, जिस पावर बैंक को वह इतनी महंगी कीमत पर बेच रहा था, उसके अंदर मिट्टी भरी हुई थी। ट्रेन में हुई इस घटना का एक मिनट का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

सोशल मीडिया पर यूजर ने दिया ‘स्कैम 2024’ नाम

सोशल मीडिया यूजर्स इस घटना को ‘स्कैम 2024’ कह रहे हैं। विक्रेता ट्रेन में आकर एक यात्री से पूछता है कि उसे पावर बैंक चाहिए या नहीं। इस पर यात्री पूछता है कि क्या ये असली है। विक्रेता कहता है कि हां असली है और एक साल की गारंटी भी है। अगर ये टूटेगा तो मैं बदल दूंगा। वो कहता है कि उसके पास 500 से 550 रुपये की रेंज में कई पावर बैंक हैं। इसके बाद वो उस यात्री को 300 रुपये में पावर बैंक देने को तैयार हो जाता है। इसके बाद यात्री प्रोडक्ट की क्वालिटी चेक करने को बोलता है। यात्री पावर बैंक को खोलकर देखता है उसे इसमें मिट्टी भरी हुई मिलती है। दरअसल, बेचने वाले शख्स ने नहीं सोचा था कि यात्री ऐसा करेगा। वो इसे यात्री से छीनने की कोशिश करता है।

सोशल मीडिया पर शेयर हुआ वीडियो

पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, ‘पावर बैंक के अंदर मिट्टी मिली. सावधान रहें।’ पोस्ट को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यूजर ने शेयर किया है। इस वीडियो अभी तक 3.29 लाख व्यूज मिले हैं, जबकि 3.3 हजार लोगों ने लाइक किया है। सोशल मीडिया यूजर्स पोस्ट पर कमेंट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि मिट्टी बेच रहा है। एक अन्य यूजर का कहना है, ‘चोरी करने के अजब गजब तरीके।’

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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