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Suborno Isaac Bari: भारतीय मूल के एक अमेरिकी बच्चे ने महज 12 साल की उम्र में ग्रेजुएशन करके रचा इतिहास,…

Suborno Isaac Bari: भारतीय मूल के कई लोगों ने दुनिया के अलग-अलग देशों में भारत का नाम रोशन किया है। लेकिन 12 साल के सुबोर्नो इसाक बारी ने इतिहास रच दिया है.

दुनिया, Suborno Isaac Bari: भारतीय मूल के कई लोगों ने दुनिया के अलग-अलग देशों में भारत का नाम रोशन किया है। लेकिन 12 साल के सुबोर्नो इसाक बारी ने इतिहास रच दिया है. भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक सुबोर्नो स्नातक करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति बन गए हैं। सुबोर्नो (Suborno Isaac Bari) जल्द ही मैथ्स और फिजिक्स की पढ़ाई के लिए न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी (NYU) में एडमिशन लेने जा रहे हैं।

26 जून को मिलेगी डिग्री (Suborno Isaac Bari)

आमतौर पर बच्चे 18-20 साल की उम्र में ग्रेजुएट हो जाते हैं। लेकिन सुबोर्नो इसाक बारी दूसरे बच्चों से बहुत अलग हैं. उन्होंने महज 12 साल की उम्र में ग्रेजुएशन कर सभी को हैरान कर दिया है. 26 जून को, सुबोर्नो को माल्वर्न हाई स्कूल से डिप्लोमा की डिग्री प्राप्त होगी।

इतनी कम उम्र में लिख चुके है 2 किताब

आपको जानकर हैरानी होगी कि इतनी कम उम्र में सुबर्नो ने 2 किताबें लिखी हैं और वह मुंबई यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। यही कारण है कि कई लोग सुबोर्नो को ‘लिटिल आइंस्टीन’ कहते हैं। सुबोर्नो की उपलब्धियों से प्रभावित होकर न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी ने उन्हें पूरी स्कॉलरशिप की पेशकश की है। सुबोर्नो अब NYU से अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करेंगे।

आपको बता दें कि सुबोर्नो ने 11 साल की उम्र में स्कोलास्टिक असेसमेंट टेस्ट पास कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. इतना ही नहीं उन्होंने अपनी पहली किताब ‘द लव’ महज 7 साल की उम्र में लिखी थी. यह किताब आतंकवाद मुक्त दुनिया के बारे में थी, जिसके लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी सुबोर्नो की सराहना की थी। सुबोर्नो ने मुंबई विश्वविद्यालय में अतिथि प्रोफेसर के रूप में बच्चों को पढ़ाया भी। सुबोर्नो 14 साल की उम्र में स्नातक की डिग्री और 18 साल की उम्र में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।

सुबोर्नो ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि यह मेरी मां, पिता और भाई के बिना संभव नहीं होता. खासकर मेरे पिता मेरे लिए कैब ड्राइवर बन गये. हर सुबह वह मुझे मालवर्न हाई स्कूल से 40 मील दूर स्टोनी ब्रुक विश्वविद्यालय छोड़ देता था। फिर वहां से वह मुझे 60 मील की यात्रा के बाद NYU ले जाता था और NYU से 20 मील दूर स्थित घर पर छोड़ देता था। वह मेरे लिए हर दिन 120 मील ड्राइव करते थे।’ इतना तो कोई कैब ड्राइवर भी नहीं करता. धन्यवाद पापा.

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