UPSC CSE Result 2023: छत्तीसगढ़ के इन युवाओं ने यूपीएससी सीएसई क्रैक कर लहराया सफलता का झंडा, जानें सफलता का मंत्र
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल (मुख्य) परीक्षा 2023 के अंतिम परिणाम जारी कर दिए गए हैं। यूपीएससी के अंतिम नतीजों में छत्तीसगढ़ के कई अभ्यर्थियों ने सफलता की घोषणा की है.
रायपुर, UPSC CSE Result 2023: संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल (मुख्य) परीक्षा 2023 के अंतिम परिणाम जारी कर दिए गए हैं। यूपीएससी के अंतिम नतीजों में छत्तीसगढ़ के कई अभ्यर्थियों ने सफलता की घोषणा की है. रायपुर के अनुषा पिल्ले और अभिषेक डांगे परीक्षा पास करने में कामयाब रहे हैं. अनुषा को देश में 202वां स्थान मिला है, जबकि अभिषेक को 452वां स्थान मिला है.
अनुषा ने दूसरे प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है
जब मैंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी तो मैं प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं कर पाया, जिससे मैं थोड़ा निराश हो गया। पिता संजय पिल्ले डीजी पद से रिटायर हो चुके हैं. वहीं, उनकी मां रेनू पिल्लई आईएएस हैं और फिलहाल अपर मुख्य सचिव हैं। अभिषेक को पांचवीं बार सफलता मिली है.
सरकारी नौकरी छोड़कर शुरू की UPSC की तैयारी
हीरापुर निवासी अभिषेक डांगे को यूपीएससी परीक्षा में देश में 452वीं रैंक मिली है। उन्होंने बताया कि एनआईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उन्हें भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड में नौकरी मिल गयी. दो साल तक नौकरी करने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.
मुंगेली के प्रीतेश ने हासिल की 697वीं रैंक
मुंगेली जिले के लोरमी के प्रीतेश राजपूत ने यूपीएससी में 697वीं रैंक हासिल की है. बिना कोचिंग के मैकेनिक के बेटे की इस सफलता पर इलाके में उत्साह है. मंझगांव निवासी प्रीतेश तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। प्रीतेश ने पांचवीं तक की पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल से की. फिर उन्होंने 6वीं से 12वीं तक की पढ़ाई पड़ोसी गांव झापल के निजी स्कूल महाराणा प्रताप में की।
12वीं के बाद वर्ष 20218 में रायपुर के इंदिरा गांधी एग्रीकल्चर कालेज से कृषि में बीटेक इंजीनियरिंग की
2019 को प्रथम प्रयास में ही पीएससी में जिला खाद्य अधिकारी पद के लिए चयन हुआ। 2020 डिप्टी कलेक्टर पद के लिए चयन हो गया। वर्तमान में वह मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ हैं। हालांकि प्रीतेश अपनी रैंक से संतुष्ट नहीं हैं। वे आइएएस बनने के लिए तैयारी करेंगे।
बलरामपुर की रश्मि को मिली 881वीं रैंक
इसी तरह से बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ की रश्मि पैंकरा ने 881वीं रैंक हासिल की है। वह अभी महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी के पद पर बगीचा (जशपुर) में पदस्थ हैं। उनके पिता रामधनी पैकरा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, माता गृहणी हैं। वे चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। नवोदय विद्यालय की छात्रा रही रश्मि ने सीजीपीएससी 2022 में सफलता हासिल की। उनका चयन महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी के पद पर हुआ था।