रायपुर

Gangster Aman Sahu Gang: अमन साहू गिरोह का एक और सदस्य हरियाणा से गिरफ्तार, रायपुर गोलीकांड के शूटरों को सप्लाई की थी पिस्टल।

Gangster Aman Sahu Gang: 13 जुलाई को सड़क निर्माण कंपनी पीआरए ग्रुप के कार्यालय के बाहर खड़ी कार में बाइक सवार दो बदमाशों ने फायरिंग की घटना......

रायपुर,Gangster Aman Sahu Gang: राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में कंस्ट्रक्शन कंपनी पीआरए ग्रुप के दफ्तर के बाहर फायरिंग के लिए पिस्टल उपलब्ध कराने वाले आरोपी जसवन्त सिंह उर्फ ​​बग्गू (26) निवासी नेजाडेला थाना सदर सिरसा, जिला सिरसा, हरियाणा ने गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त पिस्तौल बरामद कर ली गई है. पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया। गैंगस्टर अमन साहू गैंग के आठवें सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अमन साहू ने फायरिंग के लिए हरियाणा के अमनदीप वाल्मिकी को सुपारी दी थी. उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस एक-एक कर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर रही है. जांच में पता चला कि शूटरों को पिस्तौलें जसवंत सिंह ने मुहैया कराई थीं। इसके बदले में उसके खाते में पैसे भी जमा कराये गये.

फायरिंग करने के बाद शूटरों ने उस तक पिस्टल पहुंचा दी थी। साथियों की गिरफ्तारी के बाद जसवंत पुलिस से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। इस बीच आरोपी के हरियाणा में होने की सूचना मिलने पर रेड कार्रवाई की गई, जिस पर उसे पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया।

यह था मामला

13 जुलाई को रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी पीआरए ग्रुप के दफ्तर के बाहर खड़ी कार में बाइक सवार दो बदमाशों ने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। घटना से जुड़ी पुलिस ने अब तक सात बदमाशों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है, जिसमें घटना के मास्टर माइंड अमनदीप वाल्मीकि भी शामिल है। कंपनी का झारखंड में रोड का ठेका चल रहा है। रंगदारी वसूलने के लिए फायरिंग करवाई गई।

शूटरों को पकड़ने में जुटी टीम

पुलिस को आशंका है कि शूटआउट की घटना में और भी लोग शामिल हैं। इस वारदात में पंजाब, हरियाणा, झारखंड के बदमाश शामिल हैं, इसलिए पुलिस की 10 टीमें बदमाशों की धरपकड़ के लिए झारखंड, पंजाब, हरियाणा में डेरा डाले हुए हैं। वहीं फायरिंग करने वालों का अब तक सुराग नहीं मिला है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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