Somvati Amavasya Ka Upay: आज है सोमवती अमावस्या, दरिद्रता दूर करने के लिए करें ये चमत्कारी उपाय, कुछ ही घंटों में मिलेगा फल
Somvati Amavasya Ka Upay: सोमवार चंद्रमा और भगवान शिव जी का दिन माना जाता है और सोमवती अमावस्या पूर्णरूपेण शिव जी को समर्पित होती है....
धर्म कर्म,Somvati Amavasya Ka Upay: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। भाद्रपद माह में सोमवार के दिन अमावस्या पड़ने से सोमवती अमावस्या का संयोग बनता है। आज सोमवती अमावस्या है. इस दिन को भादो अमावस्या या भादी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। सोमवती अमावस्या के दिन लोग ब्रह्म मुहूर्त में स्नान, दान और जल चढ़ाते हैं।
मान्यता है कि ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। सोमवती अमावस्या के दिन कई ऐसे कार्य हैं जो वर्जित हैं। अमावस्या के दिन ये गलतियां करने से व्यक्ति का जीवन परेशानियों से घिर सकता है। सोमवती अमावस्या के दिन यह खास उपाय आजमाकर आप भी अपनी दरिद्रता से छुटकारा पा सकते हैं और स्थाई लक्ष्मी की प्राप्ति कर सकते हैं।
Somvati Amavasya Ka Upay: सोमवती अमावस्या का उपाय
सोमवार चंद्रमा और भगवान शिव जी का दिन माना जाता है और सोमवती अमावस्या पूर्णरूपेण शिव जी को समर्पित होती है। यदि इस दिन गंगा जी जाना संभव नहीं हो तो प्रात: किसी नदी या सरोवर आदि में स्नान करके भगवान शिव-पार्वती, पितृगण और तुलसी की भक्तिपूर्वक पूजा करना चाहिए। साथ ही सोमवती अमावस्या के दिन तुलसी जी की 108 बार परिक्रमा करना चाहिए। ॐ कार का विशेष जप करना चाहिए। सूर्य नारायण को अर्घ्य देना चाहिए। यह सब एकसाथ किया जाए तो इसका अति उत्तम फल प्राप्त होता है। यदि आप इतना नहीं कर सकते हैं तो सिर्फ तुलसी जी की 108 बार प्रदक्षिणा करने से ही घर से हर प्रकार की दरिद्रता हमेशा-हमेशा के लिए दूर हो जाती है।
सोमवती अमावस्या के दिन भूलकर न करें ये काम
- अमावस्या के दिन तुलसी को जल देना वर्जित माना गया है।
- अमावस्या के दिन तामसिक आहार जैसे- मांस-मछली, मदिरा, प्याज-लहसुन आदि चीजों का सेवन न करें।
- सोमवती अमावस्या के दिन किसी का बुरा न करें और न ही किसी के लिए अपशब्द का इस्तेमाल करें।
- अमावस्या के दिन कब्रिस्तान या फिर श्मशान घाट जैसी जगहों के आसपास से नहीं गुजरना चाहिए।
- अमावस्या के दिन किसी भी सुनसान वाली जगहों पर नहीं जाना चाहिए।
- अमावस्या के दिन कोई भी मांगलिक या शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए।
- अमावस्या के दिन कोई नए कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए।
- सोमवती अमावस्या के दिन क्रोध करने से बचें। वरना आपकी इस हरकत से ईश्वर नाराज हो सकते हैं।