रायपुर

Biranpur Murder Case: बेमेतरा के बिरानपुर हत्याकांड में एक्शन में आई सीबीआई, बीजेपी विधायक के बेटे की हत्या मामले में 12 मुख्य आरोपियों पर FIR दर्ज.

छत्तीसगढ़ सरकार की मांग पर सीबीआई ने बिरनपुर सांप्रदायिक दंगे के 12 आरोपियों के खिलाफ नया मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल सभी आरोपी न्यायिक कोर्ट में हैं.

रायपुर,Biranpur Murder Case: छत्तीसगढ़ सरकार की मांग पर सीबीआई ने बिरनपुर सांप्रदायिक दंगे के 12 आरोपियों के खिलाफ नया मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल सभी आरोपी न्यायिक कोर्ट में हैं. पिछले साल 8 अप्रैल को उक्त दंगे में बीजेपी विधायक ईश्वर साहू के बेटे भुवनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी |

सीबीआई की एफआइआर में ये हैं 12 प्रमुख आरोपित

सीबीआई की एफआइआर में नवाब खान, जलील खान, बशीर खान, मुख्‍तार मोहम्‍मद, शफीक मोहम्‍मद, अब्‍दुल खान, अकबर खान, मोहम्‍मद जनाब, अयुब खान, निजामुददीन, राशिद खान, कल्‍लू खान के नाम हैं।

ऐसे भड़की थी बिरनपुर हत्‍याकांड की आग

बेमेतरा जिले के बिरानपुर गांव में 8 अप्रैल 2023 को बच्चों के झगड़े के मामले में नशेड़ी के उकसावे पर मस्जिद में छिपने की कोशिश करने वाले भुवनेश्वर साहू की आरोपियों ने धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी थी। जांच में खुलासा हुआ था स्कूल से घर लौटने के दौरान कबाड़ी की दुकान पर काम करने वाले लड़कों ने सातवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों की पिटाई कर दी। घटना वाले दिन मामले को सुलझाने के लिए हिंदू और मुस्लिम पक्षों की एक बैठक आयोजित की गई थी |

भुवनेश्वर साहू अपने साथियों के साथ मुस्लमानों की बस्ती में पहुंचे तो दूसरे पक्ष ने पत्थरबाजी शुरू कर दी

सिर में चोट के कारण मौके पर ही गिर गए पीड़ित को आरोपितों ने तलवार और अन्य धारदार हथियारों से मौके पर ही मार डाला। स्थानीय पुलिस की जांच में उपरोक्त सभी 12 आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया था। चार्जशीट में शामिल सभी आरोपित स्थानीय अदालत के निर्देशानुसार न्यायिक हिरासत में हैं। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को इस मामले की सीबीआइ जांच की अधिसूचना जारी की थी। छत्तीसगढ़ राज्य में सीजीपीएससी भर्ती घोटाले के बाद यह दूसरा मामला है, जिसकी जांच सीबीआइ को सौंपी जा चुकी है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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