रायपुर,ACB and EOW raid in chhattisgarh: महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मामले में एसीबी-ईओडब्ल्यू ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रदेश के 5 जिलों में करीब 29 ठिकानों पर छापेमारी की है.(ACB and EOW raid in chhattisgarh) इस दौरान महादेव ऐप से जुड़े संदिग्ध दस्तावेजों के साथ भारी मात्रा में हवाला पर्चियां जब्त करने का दावा किया गया है.
(ACB and EOW raid in chhattisgarh) ईओडब्ल्यू ने देर शाम विज्ञप्ति जारी कर पूरी छापेमारी की जानकारी साझा करते हुए
बताया कि रायपुर में 7 स्थान, दुर्ग-भिलाई में 18 स्थान, बलौदाबाजार जिले में 02 स्थान, रायगढ़ में 01 स्थान और कांकेर में 01 स्थान पर छापेमारी की गई. बताया जा रहा है कि ईओडब्ल्यू की टीमों ने रायपुर के संतोषीनगर इलाके में पुलिस विभाग के निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा के घर, उसी इलाके में उनके भाई के घर और सृष्टि स्थित आलीशान फार्म हाउस समेत उनके रिश्तेदारों के घर पर छापेमारी की. मुजगहन क्षेत्र में वाटिका।
सराफा व्यापारियों के यहां पहुंची एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम
एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम सुबह दुर्ग में सराफा व्यापारियों के यहां पहुंची और शाम तक छापामार कार्रवाई कर वापस लौट गई. ईओडब्ल्यू की टीमों ने आकाशगंगा में सांखला ज्वैलर्स और सहेली अलंकरण पर कार्रवाई करने के बाद टीम वापस चली गई।बताया जा रहा है कि महादेव एप के संचालक सौरभ चंद्राकर के चाचा दिलीप चंद्राकर के घर भी ईओडब्लू और एसीबी की टीम पहुंची थी, जो अपने साथ कुछ दस्तावेज साथ लाई है। इन सभी का नाम शराब घोटाले, ऑनलाइन सट्टा एप और मनी लॉड्रिंग के मामले से जोड़ कर देखा जा रहा है और यही वजह है कि प्रकाश सांख्ला के यहां पहले भी ईडी और आईटी की रेड पड़ चुकी है।
करीब 30 टीमें बनाकर दबिश की कार्रवाई की
आपको बता दे कि EOW ने आरोपी चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, हवाला कारोबारी सुनील दम्मानी और अमित अग्रवाल को प्रोडेक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ में कई अहम जानकारियां निकलकर सामने आई थी जिसके आधार पर ये रेड कार्रवाई की गई है। बताया ये भी जा रहा है कि EOW ने प्रदेश के सभी जिलों में पदस्थ अपने कर्मचारियों को रायपुर बुलाकर करीब 30 टीमें बनाकर ये दबिश कार्रवाई की थी।बताया जा रहा है कि सभी स्थानों पर EOW की छापामार कार्रवाई खत्म हो गई है और सभी टीमें रायपुर वापस लौट आई है। फिलहाल EOW की टीम जब्त दस्तावेजों, हवाला पर्चियो समेत इलेक्ट्रोनिक सामान समेत महादेव ऐप से जुडे कई संदिग्ध दस्तावेजों की जांच में जुट गई है। जिसमें आने वाले दिनों कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।