अंबिकापुर,Akshat Murder Case in Ambikapur: आरोपी की सहमति के बाद कोर्ट से अनुमति मिल गई है. आरोपियों का गुजरात के गांधीनगर स्थित एक सेंटर में नार्को टेस्ट कराया जाएगा. अक्षत की हत्या का आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू फिलहाल अंबिकापुर सेंट्रल जेल में बंद है.
Akshat Murder Case in Ambikapur: आरोपित का कहना हैं कि मृतक ने ही मारने कहा था
अक्षत अग्रवाल की गोली मार कर हत्या की गई थी। हत्यारोपित पकड़ में आने के बाद से ही यह दावा कर रहा है कि अक्षत के कहने पर ही उसने गोली मारी थी। इसके लिए अक्षत ने उसे 50 हजार रुपये दिए थे। मौत के बाद उसके शरीर के आभूषणों को भी बतौर सुपारी साथ ले जाने कहा था।
आरोपित के बयान को पुलिस भी स्वीकार करने की स्थिति में नहीं
आरोपित को रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की गई थी लेकिन वह अपने बयान पर ही टिका रहा। आरोपित के बयान को मृतक के स्वजन ने एक सिरे से खारिज कर दिया है। स्वजन ने आरोपित के बयान को गुमराह करने वाला बताकर पूरे घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की थी। यह एक ऐसी घटना है जिसमें आरोपित के बयान को पुलिस भी स्वीकार करने की स्थिति में नहीं है। यही कारण है कि आरोपित के बयान की सच्चाई जानने के लिए उसका नार्को टेस्ट कराने की अनुमति ली गई है।
सरगुजा संभाग की पहली घटना जिसमें आरोपित का होगा नार्को टेस्ट
सरगुजा संभाग में आज तक किसी भी मामले में किसी भी व्यक्ति का नार्को टेस्ट नहीं हुआ है। अक्षत हत्याकांड पहला मामला है जिसमें आरोपित का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति ली गई है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें आरोपित की सहमति ली जाती है। नार्को टेस्ट के लिए आरोपित ने भी अपनी सहमति दी है। इसी आधार पर अनुमति भी दी गई हैएक्टिवेशन के लिए राज्य प्रयोगशाला भेजा गया आईफोन मृतक अक्षत अग्रवाल का आईफोन एक्टिवेशन के लिए राज्य फोरेंसिक लैब रायपुर भेजा गया है। फोन अनलॉक होने के बाद भी पुलिस को कुछ नई जानकारी मिल सकती है। बता दें, अक्षत की गोली मारकर हत्या की गई थी. उनका शव चथिरमा जंगल में उनकी कार में पाया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन देशी पिस्तौल और 32 कारतूस के साथ ही मृतक की नकदी और आभूषण भी बरामद किए हैं.