रायपुर

Bemetara Factory Blast: बेमेतरा हादसे पर पूर्व सीएम बघेल ने उठाए सवाल, पूछा- किसे बचा रही सरकार, अब तक क्यों नहीं दर्ज हुई FIR

Bemetara Factory Blast: बेमेतरा जिले के बेरला तहसील के पिरदा गांव स्थित स्पेशल ब्लास्ट फैक्ट्री में हुए हादसे के 72 घंटे बाद भी किसी भी...

रायपुर,Bemetara Factory Blast: बेमेतरा फैक्ट्री ब्लास्ट: बेमेतरा जिले के बेरला तहसील के पिरदा गांव स्थित स्पेशल Bemetara Factory Blast) ब्लास्ट फैक्ट्री में हुए हादसे के 72 घंटे बाद भी इस पूरे मामले में किसी भी जिम्मेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. इस पर छत्तीसगढ़ सरकार की कार्रवाई पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं. पूर्व मंत्री भूपेश बघेल ने पांच सवाल पूछते हुए सरकार पर हादसे के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है.

(Bemetara Factory Blast) पूर्व मंत्री भूपेश बघेल ने एक्‍स हैंडल पर सवालों को पोस्‍ट किया है

उन्‍होंने कहा, बेमेतरा ब्लास्ट: किसकी “गारंटी” और किसके “सुशासन” में गुनेहगारों को संरक्षण दिया जा रहा है? सत्ता के किस करीबी को बचाने का प्रयास?

बेमेतरा जिले के बेरला तहसील के पिरदा गांव स्थित स्पेशल ब्लास्ट फैक्ट्री में हुए हादसे के 72 घंटे बाद भी किसी भी जिम्मेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. इस पर पूर्व मंत्री भूपेश बघेल ने पांच सवाल पूछे हैं और सरकार पर हादसे के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है.

बेमेतरा ब्लास्ट: किसकी “गारंटी” और किसके “सुशासन” में गुनेहगारों को संरक्षण दिया जा रहा है? सत्ता के किस करीबी को बचाने का प्रयास?

जवाब तो देना होगा-

1. 48 घंटे बाद भी घटना की अब तक FIR क्यों नहीं?

2. क्या प्रशासन ने फैक्ट्री प्रबंधन से पूछा है कि घटना वाले दिन कितने मजदूर वहां…

जवाब तो देना होगा-

1. 48 घंटे बाद भी घटना की अब तक FIR क्यों नहीं?

2. क्या प्रशासन ने फैक्ट्री प्रबंधन से पूछा है कि घटना वाले दिन कितने मजदूर वहां काम पर गए थे?

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3. अब तक कितने मजदूर लापता हैं क्योंकि प्रशासन के 8 लोगों के दावे को तो ग्रामीण नकार रहे हैं।

4. क्षमता से अधिक रखी विस्फोटक सामग्री को क्यों निकाला जा रहा है? जाँच में विस्फोटक सामग्री की क्या मात्रा दर्ज की जाएगी?

5. प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को जो मुआवज़ा देने की घोषणा की है उसे तो लेने से ग्रामीणों ने इनकार कर दिया है। क्या प्रशासन मुआवजा बढ़ाएगा?

इस दिल दहलाने वाली घटना में मृतकों के शरीर के चीथड़े उड़ गए हैं। शरीर के अंगों को पॉलीथिन में जमा करके DNA जाँच के लिए भेजा गया है।

लेकिन इतने भयावह हादसे के बाद अब तक FIR दर्ज नहीं हुई है।

सवालों के जवाब तो देने होंगे..

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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