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Bijapur Naxalite Encounter: बीजापुर में मंगलवार को कोबरा बटालियन समेत अर्धसैनिक बलों के जवानों को बड़ी कामयाबी मिली

बीजापुर में मंगलवार को कोबरा बटालियन समेत अर्धसैनिक बलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली. गश्त पर निकली फोर्स की नक्सलियों से सीधी भिड़ंत हो गई.

बस्तर,Bijapur Naxalite Encounter:  बीजापुर में मंगलवार को कोबरा बटालियन समेत अर्धसैनिक बलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली. गश्त पर निकली फोर्स की नक्सलियों से सीधी भिड़ंत हो गई. (बीजपुर में मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गए) सूचना मिली थी कि बीजापुर के गंगालूर इलाके के जंगलों में नक्सली और उनके बड़े नेता बैठक कर रहे हैं. इस सूचना के बाद रात में ही कोबरा बटालियन के साथ डीआरजी और सीईआरपीएफ की टीम को रवाना किया गया |

कोबरा बटालियन के जवानों ने इस पूरे ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया

उसी सुबह जब टीम इलाके में पहुंची तो उनकी नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई और करीब दस घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी होती रही. फायरिंग रुकने के बाद जब सुरक्षा बलों ने सर्चिंग की तो मौके से एक महिला नक्सली समेत करीब 10 नक्सलियों के शव बरामद हुए. इसके साथ ही पुलिस ने बड़े पैमाने पर अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किये. कोबरा बटालियन के जवानों ने इस पूरे ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और इस तरह नक्सलियों से अपना तीन साल पुराना हिसाब चुकता कर लिया |

तीन साल पुराना हमलादरअसल

3 अप्रैल 2021 को बीजापुर और सुकमा की सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया गया था. कोबरा 210 बटालियन और जिला बल के जवान इस ऑपरेशन से लौट रहे थे. टेकलगुड़ा गांव में अचानक नक्सलियों ने जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. (बीजपुर में मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गए) नक्सलियों के इस हमले में कोबरा 210 बटालियन और जिला पुलिस के 22 जवान शहीद हो गए

साल 2021 से पहले कोबरा बटालियन को इतना बड़ा नुकसान पहले कभी बस्तर में नहीं हुआ था

इस नुकसान के बाद नक्सलियों का मनोबल आसमान में पहुंच गया क्योंकि नक्सलियों के खिलाफ कोबरा बटालियन को सबसे मजबूत फोर्स माना जाता है।इस घटना के बाद से बस्तर में पूरी तरह से अघोषित रूप से नक्सलियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन में रोक लगा दिया गया था। इस दौरान कोबरा बटालियन व जिला बल ने नक्सलियों के खिलाफ छोटे-छोटे ऑपरेशन लॉन्च कर जवानों का मनोबल बढ़ाया। सुरक्षाकर्मियों ने बस्तर में जमकर पसीना बहाया। तीन साल पूरा होने से एक दिन पहले सुरक्षाबलों ने एक बड़े एनकाउंटर को अंजाम दिया।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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