रायगढ़, Chhattisgarh News: रायगढ़ पुलिस ने प्रतिबंधित महादेव सट्टा ऐप और लोटस ऐप में अवैध धन लेनदेन के लिए ग्रामीणों को (Chhattisgarh News) गुमराह करके उनके बैंक खातों का आपराधिक दुरुपयोग करने के आरोप में गिरोह के दो सदस्यों, एक स्थानीय इंडसइंड बैंक प्रबंधक और एक कर्नाटक बैंक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।
जब जीवन साहू को इसकी जानकारी मिली मोबाइल मैसेज और ई-मेल के जरिए खाते में पैसे के लेन-देन के लिए वह खाता खुलवाने वाले बैंक मैनेजर दिनेश यादव से मिला, जो व्यस्तता का हवाला देकर उसे लौटा देता था। इसी दौरान उन्हें जानकारी मिली कि अरुण रात्रे ने सराय भद्दर और आसपास के इलाकों में कई लोगों के खाते खोले हैं।
क्या है पूरा मामला (Chhattisgarh News)
जब उसने अरुण से पूछताछ की तो अरुण भी उसे बेवकूफ बनाने लगा और फिर उसने पुलिस से शिकायत करना उचित समझा। थाना प्रभारी जूट मिल इंस्पेक्टर मोहन भारद्वाज को गहनता से जांच करने का निर्देश दिया गया. थाना प्रभारी जूट मिल ने धारा 420, 120 (बी), 409 आईपीसी धारा 8 एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया। इसी विवेचना के दौरान सुनील साहू निवासी लिमगांव थाना केदार जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ एक सट्टा गिरोह के संपर्क में आया। उसे बैंक खाता खोलने के बदले 15000 से 20000 देने की बात कही. उसने अपने परिचित ग्राम छिंद सारंगढ़ निवासी अरुण रात्रे, जो वर्तमान में रायगढ़ के गांधीनगर जूट मिल में रहता है, को लोगों के खाते खोलने के लिए कमीशन के बारे में बताया और अरुण रात्रे और सुनील इंडसइंड बैंक गए और बैंक कर्मचारी दिनेश यादव से अपना खाता खुलवाया।
सुनील साहू ने अरुण रात्रे को 12-15 हजार रुपये का कमीशन दिया, इसके बाद इंडसइंड बैंक के मैनेजर दिनेश यादव और कर्नाटक बैंक के सेल्स एसोसिएट दीपक गुप्ता को खाता खोलने के लिए 4-5 हजार रुपये का कमीशन दिया, जिसके बाद बैंक लोगों के खाते खोलकर उनसे धोखाधड़ी करने में अधिकारी भी उनके साथ शामिल हो गए। जब काउंटर घोटाला रायगढ़ पुलिस के संज्ञान में आया तो तत्काल कार्रवाई करते हुए घोटाले की जांच की गई और आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
खाता कराया जा रहा है होल्ड
आरोपियों द्वारा खोले गये बैंक खातों पर जूट मिल थाना प्रभारी द्वारा रोक लगायी जा रही है. इन खातों में लाखों रुपये के लेनदेन की जानकारी मिली है. आरोपियों ने बताया है कि उन्होंने उक्त कमीशन का पैसा खर्च कर दिया है। सबूत के तौर पर सुनील साहू और अरुण रात्रे के पास से कुछ लोगों के अकाउंट किट जब्त किए गए हैं. अब तक की जांच में पुलिस को 50 से ज्यादा ऐसे खाते मिले हैं जिनका लेनदेन संदिग्ध है।