मुंबई,Dahi Handi in Mumbai: मंगलवार को मुंबई में दही हांडी उत्सव के दौरान मानव पिरामिड बनाने में शामिल कम से कम 206 गोविंदा घायल हो गए, जिनमें से 15 को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बृहन्मुंबई नगर निगम ने कहा कि कुल 206 गोविंदा घायल हुए हैं.
Dahi Handi in Mumbai: शाम छह बजे तक कुल 63 गोविंदाओं का इलाज विभिन्न सरकारी व निजी अस्पतालों में किया गया
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक अधिकारी ने कहा कि इन घायल गोविंदाओं को बीएमसी संचालित और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। लोग जन्माष्टमी के तहत दही हांडी उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. यह त्यौहार मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में पारंपरिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उत्सव के हिस्से के रूप में, दही हांडी प्रतिभागी बहु-स्तरीय मानव पिरामिड बनाते हैं औरहवा में लटकी दही हांडी को तोड़ते हैं।
Dahi Handi in Mumbai: ठाणे शहर के टेंभी नाका में दही हांडी कार्यक्रम में शामिल हुए
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके गुरु आनंद दिघे ने इस उत्सव को पुनर्जीवित किया, जिससे परंपराओं और सामुदायिक भावना को बल मिला है। शिंदे ने कहा कि उनके प्रशासन ने स्वतंत्र और सुरक्षित समारोहों की अनुमति देकर महा विकास आघाडी (एमवीए) शासन के दौरान लगाए गए प्रतिबंधों को हटा दिया है। शिंदे ने आश्वासन दिया कि सरकार दही हांडी कार्यक्रमों की सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक उपाय कर रही है।शिंदे ने आश्वासन दिया कि सरकार दही हांडी कार्यक्रमों की सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कदम उठा रही है। कई प्रमुख गोविंदा समूहों ने शहर में कई स्थानों पर नौ और 10-स्तरीय मानव पिरामिड बनाने की कोशिश की। महाराष्ट्र के कई हिस्सों और अन्य जगहों पर यौन उत्पीड़न के मामलों के मद्देनजर, कई गोविंदा समूहों ने मुंबई, ठाणे और अन्य स्थानों पर दही हांडी फोड़ते हुए बैनर और पोस्टर के माध्यम से सामाजिक संदेश भी प्रदर्शित किए।
कई महिला गोविंदा समूह भी मानव पिरामिड बनाकर दही हांडी तोड़ने की कोशिश करते नजर आए। इस उत्सव के कारण शहर के कई इलाकों में यातायात जाम की स्थिति भी बनी रही, क्योंकि प्रमुख चौराहों पर दही हांडी लटकाई गई थी। मुंबई और आस-पास के इलाकों में राजनेताओं द्वारा प्रायोजित दही हांडी में मशहूर हस्तियों की मौजूदगी और मनोरंजन कार्यक्रमों के कारण भीड़ उमड़ पड़ी।