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Doda Terrorist Attack: डोडा आतंकी हमले पर असदुद्दीन ओवैसी ने जमकर खरी-खरी सुनाई, DGP को दी BJP जॉइन करने की नसीहत…

Doda Terrorist Attack: पिछले तीन हफ्ते में डोडा जिले में आतंकियों से मुठभेड़ का यह तीसरा मामला है. सोमवार को हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक कैप्टन समेत पांच जवान शहीद हो गए.

जम्मू-कश्मीर, Doda Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के डोडा में हुए आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए हैं. इस आतंकी हमले को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर हमला बोलते हुए जमकर हमला बोला. औवेसी ने कहा कि डोडा नियंत्रण रेखा (एलओसी) से बहुत दूर है, तो आतंकी डोडा (Doda Terrorist Attack) में कैसे घुस आए? एआईएमआईएम प्रमुख ने इसे गंभीर मुद्दा बताया है।ओवैसी ने आगे सरकार और खुफिया एजेंसियों पर हमला करते हुए कहा, ‘2021 से जम्मू को निशाना बनाया जा रहा है। आपका नेटवर्क क्या कर रहा है, आपके मुखबिर क्या कर रहे हैं। प्रधानमंत्री कहते हैं कि धारा 370 हटने के बाद सब कुछ खत्म हो गया, ऐसा कुछ नहीं हुआ है। यह सरकार की विफलता है.

डीजीपी को दी बीजेपी जॉइन करने की नसीहत (Doda Terrorist Attack)

असदुद्दीन ओवैसी ने डोडा आतंकी हमले को सरकार और खुफिया तंत्र की विफलता बताते हुए कश्मीर के डीजीपी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘डीजीपी को सरकारी प्रवक्ता की तरह बात नहीं करनी चाहिए, अगर उनकी इतनी इच्छा है तो उन्हें बीजेपी में शामिल हो जाना चाहिए.’

तीन सप्ताह में डोडा में तीसरी बार आतंकियों से भिड़े सुरक्षाबल

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात सेना की भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों से मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में कैप्टन ब्रिजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय शहीद हो गए। पिछले तीन हफ्तों में डोडा जिले के जंगलों में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच यह तीसरी बड़ी मुठभेड़ है। राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने धारी गोटे उरबगी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया.

डोडा शहर से करीब 55 किलोमीटर दूर देसा वन क्षेत्र में सोमवार देर शाम मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि कुछ गोलीबारी के बाद आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन एक अधिकारी के नेतृत्व में बहादुर जवानों ने दुर्गम इलाके और घने जंगल के बावजूद उनका पीछा किया, जिसके बाद रात करीब नौ बजे जंगल में फिर से गोलीबारी हुई.

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