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kanchenjunga Train Accident: पीएम मोदी मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की सहायता देंगे.

kanchenjunga Train Accident: पश्चिम बंगाल में हुए रेल हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने हादसे में...

पश्चिम बंगाल, kanchenjunga Train Accident:  कंचनजंगा रेल हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने रेल दुर्घटना में सभी मृतकों के आश्रितों को रेल मंत्रालय और रेल मंत्री के अलावा प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है. इसके साथ ही हादसे में घायल यात्रियों को 50-50 हजार रुपये देने की भी घोषणा की गई है. साथ ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को घटना स्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है.प्रधानमंत्री कार्यालय ने अपने पोस्ट में इसकी जानकारी दी.कि प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो दो लाख रुपये देने की घोषणा की है तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।

(kanchenjunga Train Accident) मोदी ने अपनी पोस्ट में दुर्घटना पर दुख जताते हुए लिखा,

“पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी भी दुर्घटनास्थल पर जा रहे हैं।”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा, “पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में हुआ रेल हादसा बहुत दुःखद है। इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।”पूर्व रेलवे के सियालदह मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि यात्रियों को और अधिक सहायता प्रदान करने के लिए नैहाटी स्टेशन पर अतिरिक्त हेल्प डेस्क भी स्थापित किया जा रहा है। निहाटी में हेल्पलाइन नंबर:- रेलवे नंबर 39222। बीएसएनएल नंबर 033-25812128 है। घटना के बारे में जानकारी या सहायता चाहने वाले यात्री इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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