उत्तर प्रदेश

NEET Success Story: एक ही परिवार के तीन होनहारों को NEET परीक्षा में मिली बड़ी सफलता, बना डॉक्टरों का परिवार…

NEET Success Story: उत्तर प्रदेश में हर साल किसी न किसी परीक्षा में यहां के बच्चे देश भर में अपना दबदबा बनाते हैं। इसी तरह इस बार फिर यूपी के.

आगरा,NEET Success Story: उत्तर प्रदेश में हर साल किसी न किसी परीक्षा में यहां के बच्चे देश भर में अपना दबदबा बनाते हैं। इसी तरह इस बार फिर यूपी के आगरा जिले के एक परिवार के तीन बच्चों ने देशभर में सफलता का परचम लहराया. वैसे भी यूपी के बच्चे हर साल किसी न किसी परीक्षा में टॉप पर अपना नाम दर्ज कराते हैं. लेकिन यहां मामला चौंकाने वाला है. आपको बता दें कि ताजनगरी में एक ही परिवार के तीन बच्चों ने कोटा में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी की. इसमें वह अपने परिवार के सहयोग को जरूरी मानते हैं।सबसे हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि ये बच्चे दो साल से टीवी भी नहीं देखे हैं।

(NEET Success Story) रिपोर्ट्स के मुताबिक,

दयालबाग की कृष्णा बाग कॉलोनी में रहने वाले भोलाराम त्यागी के पोते-पोतियों ने नीट में रैंक हासिल की है। भोला राम त्यागी के तीन बेटे हैं। सबसे महान हैं महावीर त्यागी. उनसे छोटा हेतराम और सबसे छोटा शिव त्यागी है। 19 साल की पूजा को 720 में से 676 अंक मिले हैं. 17 साल के मनोज को 671 अंक और 17 साल की मानसी को 640 अंक मिले हैं. पूजा के पिता हेतराम त्यागी शिक्षक हैं। मां सुमन त्यागी गृहिणी हैं। मनोज, पूजा का भाई है। मानसी के पिता शिव त्यागी बिजनेस करते हैं.

मां राजकुमारी त्यागी भी हाउस वाइफ हैं

पूजा ने 2022 में एमपीएस स्कूल से 12वीं थी। 12वीं में 80 परसेंट नंबर मिले थे। मनोज और मानसी ने जिम कॉर्बेट स्कूल से 12वीं की है। मनोज को 90 और मानसी को 73 परसेंट नंबर मिले थे। दोनों का ही इसी साल रिजल्ट आया है। पूजा ने बताया कि उनके ताऊजी महावीर त्यागी के बेटे अजय त्यागी एमबीबीएस कर चुके हैं। अब वे भी कोटा में रहकर पीजी की तैयारी कर रही हैं। तीनों बच्चों ने अपने बड़े भाई को प्रेरणा के रूप में लिया है। तीनों ही डॉक्टर बन समाज सेवा करना चाहते हैं। पूजा और मानसी गायनाकोलॉजिस्ट और मनोज न्यूरोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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