Sadaf Imran UPPSC Judicial Service: UPPSC के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची सदफ इमरान, पहले ही प्रयास में किसान की बेटी बनी जज…..

Sadaf Imran UPPSC Judicial Service: करियर दांव पर, लेकिन लड़की ने नहीं हारी हिम्मत, पहले ही प्रयास में किसान की बेटी बनी जज!

बुलंदशहर, Sadaf Imran UPPSC Judicial Service: बुलंदशहर के एक गरीब किसान की बेटी अपने पहले ही प्रयास में जज बन गई है। पीसीएस (जे) की परीक्षा देने वाली सदफ इमरान पहले ही प्रयास में सफल हो गईं और अब उनके गांव में खुशी का माहौल है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सदफ को यूपीपीएससी (Sadaf Imran UPPSC Judicial Service) ने परीक्षा में बैठने से रोक दिया था। ऐसे में सदफ ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और जब उन्हें परीक्षा में बैठने का मौका मिला तो सदफ ने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली.

दस्तावेज समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने के कारण आवेदन रद्द कर दिया गया (Sadaf Imran UPPSC Judicial Service)

दरअसल यह कहानी 2022 में शुरू हुई। यूपीपीएससी ने न्यायिक सेवा परीक्षा का आयोजन किया और सदफ इमरान ने पहला चरण आसानी से पास कर लिया। सदफ़ ने परीक्षा के दूसरे चरण के लिए समय पर ऑनलाइन आवेदन किया और डाक सेवा की मदद से सभी आवश्यक दस्तावेज़ यूपीपीएससी के मुख्यालय को भेज दिए। हालांकि, सदफ के दस्तावेज समय पर यूपीपीएससी कार्यालय नहीं पहुंचे और उनका आवेदन रद्द कर दिया गया।

सदफ ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और सुप्रीम कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दस्तावेज़ समय पर न पहुंचा पाना सदफ़ की नहीं बल्कि डाक सेवा की गलती थी. डाक सेवा ने दस्तावेज़ वितरित करने में देरी की है। इसलिए सदफ को परीक्षा में बैठने से नहीं रोका जाना चाहिए.

पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की

कोर्ट के आदेश पर यूपीपीएससी सदफ को परीक्षा में बैठाने पर राजी हो गया. सदफ़ ने अच्छे अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण की. इसके बाद उन्होंने इंटरव्यू स्टेज भी क्लियर कर लिया. हाल ही में जब यूपीपीएससी ने पीसीएस (जे) का रिजल्ट जारी किया तो हर कोई हैरान रह गया। सदफ ने तमाम मुश्किलों को पार करते हुए इस परीक्षा में सफलता हासिल की और पहले ही प्रयास में वह जज बन गईं.

Exit mobile version