रायपुर

Saddu VIP City Murder Case: राजधानी के वीआईपी शहर में 3 साल के मासूम की गला रेतकर हत्या, आरोपियों ने शव को झाड़ियों में छिपाया, फिर…

Saddu VIP City Murder Case: रायपुर के सड्डू वीआईपी सिटी में 3 साल की मासूम की हत्या से हड़कंप मच गया है. हत्या का आरोपी मृतक बच्चे का पड़ोसी बताया जा रहा है....

रायपुर,Saddu VIP City Murder Case: रायपुर के सड्डू वीआईपी सिटी में 3 साल की मासूम की हत्या से हड़कंप मच गया है. हत्या का आरोपी मृतक बच्चे का पड़ोसी बताया जा रहा है. आपको बता दें कि पड़ोसी युवक ने मासूम बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी है. इस मामले में संदेही पिंटू चेलक को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई, जिसमें वहपुरानी रंजिश कारण के हत्या करना बताया। फिलहाल घटनास्थल पर जांच के लिए FSL की टीम पहुंची हुई है। आरोपी को भी घटनास्थल लाया गया है।

बता दें कि आरोपी ने 5 करोड़ के बंगले और डीएसपी अधिकारी के घर के बीच करीब 100 मीटर के गैप में 3 साल के मासूम बच्चों को मार कर झाड़ियों में छुपाया था। बता दें कि मृतक बच्चे का परिवार बलोदाबाजार से मजदूरी करने आया था। आरोपी भी मृतक बच्चे का पड़ोसी था। वहीं, ये बात भी सामने आई कि आरोपी हर तरह के नशे का आदी था। गांजा बीड़ी सिगरेट सॉल्यूशन का नशा करता था और बच्चों को अपने साथ लेकर घूमता रहता था। कल भी 10:30 बजे बच्चों को अपने साथ घूमने के नाम पर लेकर निकला। इसी दौरान बच्चों की गला घोटकर हत्या कर दी, और फिर किसी को शक न हो इसलिए परिजनों के साथ बच्चे को ढूंढने का नाटक करता रहा।

Saddu VIP City Murder Case: इधर पुलिस भी बच्चे को खोजती रही, फिर आरोपी रात में घर से बहुत दूर कुएं के पास सोता हुआ मिला

परिजनों और पुलिस को शक गहराया, जिसके बाद रात 10:30 बजे के करीब पुलिस ने आरोपी को पकड़ा और फिर सीधे स्पॉट पर पहुंची। वहां बच्चे का शव अर्धनग्न हालत में झाड़ियां में मिला। इसके बाद डेड बॉडी रिकवर कर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया। आरोपी ने पुरानी रंजिश में बच्चे की हत्या करने की बात कही। बता दें कि आरोपी चोरी करने का भी आदि रहा है। 1 साल पहले मृतक बच्चे के चाचा के घर में राशन चुराया था। बच्चे के शव को देखकर दुष्कर्म की आशंका भी जताई जा रही है। फिलहाल FSL की टीम ने घटनास्थल पर पहुंची हुई है और सीन ऑफ क्राइम की जांच में जुट गई है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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