दिल्ली

Swati Maliwal Assault Case: सांसद स्वाति मालीवाल ने इंडिया ब्लॉक के नेताओं को लिखा पत्र, की ये बड़ी मांग

Swati Maliwal Assault Case: आप सांसद स्वाति मालीवाल ने बीते मंगलवार को इंडिया ब्लॉक के नेताओं के नाम पत्र लिखा है...

नई दिल्ली, Swati Maliwal Assault Case : आप सांसद स्वाति मालीवाल ने मंगलवार को इंडिया ब्लॉक के नेताओं को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी विभव कुमार द्वारा उन पर किए गए कथित हमले पर चर्चा के लिए नेताओं से समय मांगा है. राहुल गांधी और शरद पवार जैसे इंडिया ब्लॉक नेताओं को लिखे एक पत्र में, आम आदमी पार्टी सदस्य ने शिकायत की कि दुर्व्यवहार के खिलाफ बोलने के लिए उन्हें “पीड़ित को शर्मिंदा करने और चरित्र हनन” का शिकार होना पड़ा।

Swati Maliwal Assault Case स्वाति मालीवाल ने भारतीय गठबंधन के नेताओं से की ये अपील स्वाति मालीवाल ने अपने पत्र में लिखा

”समर्थन पाने के बजाय, मुझे अपनी ही पार्टी के नेताओं और स्वयंसेवकों द्वारा अपने चरित्र पर लगातार हमले और अपमान सहना पड़ा।” उन्होंने कहा, “पिछले महीने में, मैंने पहली बार उस दर्द और अलगाव का अनुभव किया है जिसका सामना एक पीड़िता को न्याय के लिए लड़ते समय करना पड़ता है।” मैं इस प्रासंगिक मुद्दे पर चर्चा करने के लिए आपका समय मांगना चाहता हूं।” मालीवाल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद से मुलाकात की शरद पवार को संबोधित करते हुए पत्र एक्स पर पोस्ट किया है।आठ साल से अधिक समय तक दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की प्रमुख के रूप में काम कर चुकीं मालीवाल ने अपने पत्र के साथ लिखा, “मैंने पिछले 18 वर्षों से जमीन पर काम किया है और 9 वर्षों में महिला आयोग में 1.7 लाख मामलों की सुनवाई की है। बिना किसी से डरे और किसी के सामने झुके, मैंने महिला आयोग को बहुत ऊंचे स्थान पर खड़ा किया है। लेकिन यह बहुत दुख है कि पहले मुझे मुख्यमंत्री आवास पर बुरी तरह पीटा गया, फिर मेरे चरित्र पर लांछन लगाया गया।”

ये है पूरा मामला

स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार पर ‘पूरी ताकत से बार-बार’ मारने का आरोप लगाया था। इस मामले में उन्होंने एफआईआर भी दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि 13 मई को जब वह मुख्यमंत्री से मिलने गई थीं तो बिभव ने उन्हें 7-8 बार थप्पड़ मारा और उनकी छाती और पेट पर लात मारी। 27 मई को गिरफ्तारी के बाद से विभव कुमार जेल में बंद हैं।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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