उत्तर प्रदेश, Uttar Pradesh Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में एग्जिट पोल के दिए गए आंकड़े पूरी तरह से फेल हो गए हैं. ऑल इंडिया अलायंस ने शानदार प्रदर्शन किया है. लेकिन यूपी में मायावती की पार्टी (Uttar Pradesh Lok Sabha Election 2024) बेहद कमजोर साबित हुई है. पार्टी को चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली है. रुझानों के मुताबिक कांग्रेस को 7, एसपी को 34 और बीजेपी को 35 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं अन्य पार्टियों को 4 सीटें मिलने का अनुमान है. कभी उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी धाक जमाने वाली बसपा का यूपी में प्रदर्शन हर किसी को हैरान कर रहा है. पार्टी की दुर्दशा के पीछे कई सवाल उठ रहे हैं. 2019 में बहुजन समाज पार्टी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार उसे एक भी सीट नहीं मिली.
अकेले लड़ना पड़ा महंगा (Uttar Pradesh Lok Sabha Election 2024)
माना जा रहा है कि बीएसपी का अकेले लड़ना उसके लिए महंगा साबित हुआ. एग्जिट पोल से भी पता चला कि बसपा कमजोर साबित होगी. देश में एग्जिट पोल भले ही फेल हो गए हों. लेकिन यूपी में बीएसपी को लेकर एग्जिट पोल को सही माना जा रहा है. एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए को 350 से 400 सीटें दी गई हैं. लेकिन ताजा रिपोर्ट में एनडीए को 293 और इंडिया ब्लॉक को 224 सीटें मिलती दिख रही हैं. एनडीए 300 के पार भी नहीं जा रहा है, ऐसा रुझान देखने को मिल रहा है.
चुनाव से पहले ही मायावती ने साफ कर दिया था कि वह किसी के साथ गठबंधन कर चुनाव नहीं लड़ेंगी. माना जा रहा है कि यह फैसला बसपा के लिए घातक साबित हुआ है। 2019 में पार्टी ने अखिलेश के साथ मिलकर चुनाव लड़ा. जो कुछ हद तक कारगर रहा. दोनों ने 15 सीटें जीतीं. लेकिन इसके बाद हार की दूसरी वजह मायावती की कार्यकर्ताओं से दूरी मानी जा रही है. तीसरा कारण बूथ स्तर पर पार्टी का कमजोर होना है. दलित वोट बैंक का लगातार दूसरी पार्टियों में बिखरना हार का चौथा कारण है. मुस्लिम वोटरों को एकजुट न रख पाना हार की पांचवीं वजह मानी जा रही है.