दिल्लीमुख्य समाचार
Trending

PM Modi’s Cabinet Meeting: पीएम मोदी की कैबिनेट बैठक आज, लाखों सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने पर फैसला संभव

PM Modi's Cabinet Meeting: नवरात्रि शुरू होते ही कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। आज राजधानी दिल्ली में मोदी कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई है. जहां कई प्रस्तावों के साथ-साथ....

नई दिल्ली,PM Modi’s Cabinet Meeting: नवरात्रि शुरू होते ही कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। आज राजधानी दिल्ली में मोदी कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई है. जहां कई प्रस्तावों के साथ-साथ केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA Hike) को भी मंजूरी मिल सकती है. लाखों सरकारी कर्मचारी इस फैसले का इंतजार कर रहे हैं.जिन्हें बढ़ती महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद है। उम्मीद है कि सरकार आज नवरात्रि के पहले ही दिन 3% से 4% तक की डीए बढ़ोतरी की घोषणा करेगी। यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2024 से लागू मानी जाएगी, जिससे कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी होगी। साथ ही जुलाई से लागू डीए (DA) का एरियर भी सैलरी के साथ आएगा।

PM Modi’s Cabinet Meeting: 3% बढ़ोतरी महंगाई भत्ते की संभावना

जानकारी मुताबिक, इस बैठक में केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में 3% की बढ़ोतरी की जा सकती है। इससे मौजूदा DA 50% से बढ़कर 53% हो जाएगा। यह बढ़ोतरी जुलाई 2024 से लागू होगी, और कर्मचारियों को जुलाई से सितंबर के बीच के 3 महीने का एरियर भी दिया जाएगा। अगर DA में बढ़ोतरी का ऐलान किया जाता है तो केंद्रीय कर्मचारियों को नया DA मिलने के साथ-साथ पिछले 3 महीने का एरियर भी मिलेगा। महंगाई भत्ता कर्मचारियों की आय को मुद्रास्फीति से निपटने में मदद करता है और बढ़ती महंगाई के बीच वित्तीय राहत प्रदान करता है।

सैलरी में होगा इजाफा

अगर किसी केंद्रीय कर्मचारी की मासिक सैलरी ₹50,000 है तो 3% की बढ़ोतरी से उसे हर महीने ₹1,500 की अतिरिक्त राशि मिलेगी। जुलाई से सितंबर के एरियर के तौर पर यह रकम ₹4,500 तक हो सकती है, जो अगले महीने की सैलरी के साथ दी जाएगी। इससे पहले जनवरी 2024 में DA में 4% की बढ़ोतरी की गई थी, जिससे DA 50% हो गया था। DA साल में दो बार रिवाइज होता है, यह दूसरी बढ़ोतरी कर्मचारियों को महंगाई से निपटने में और ज्यादा मदद देगी।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

Related Articles

Back to top button