प्रतापपुर, Chhattisgarh News: प्रतापपुर विकासखंड के बरबसपुर हाई स्कूल के शराबी प्रधान पाठक का दुस्साहसिक आपराधिक मामला सामने आया है। यहां प्राइमरी स्कूल में प्रधान पाठक के पद पर पदस्थ शिक्षक ने हाईस्कूल की महिला प्राचार्य पर बंदूक तान दी।
छत्तीसगढ़ के प्रतापपुर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें प्रिंसिपल बंदूक के साथ कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं. मामले को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग ने अब तक थाने में एफआईआर दर्ज नहीं करायी है. फिर भी वीडियो वायरल होने के बाद प्रतापपुर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.
दरअसल, हाई स्कूल की महिला प्रिंसिपल के ऊपर संकुल प्राचार्य होने के नाते प्रधानपाठक की पदस्थापना वाली प्राथमिक शाला के प्रबंधन की भी जिम्मेदारी है। वे प्रधान पाठक के स्कूल न आने पर उसे अनुपस्थित कर देती थीं। इसके कारण प्रधान पाठक को वेतन मिलने में दिक्कत होने लगती थी। इसी बात से नाराज होकर प्रधान पाठक बंदूक लेकर प्रिंसिपल को धमकाने के लिए स्कूल में घुस गया था।
गांव में मचा हड़कंप, वायरल हुआ वीडियो
- शिक्षक के इस कारनामे की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया। फिलहाल शिक्षक की इस अवांछनीय गतिविधि को देखते हुए उसे निलंबित कर दिया गया है।
- 29 नवंबर को जारी आरोपी शिक्षक के निलंबन आदेश में बताया गया है कि सुशील कुमार कौशिक बरबसपुर गांव के मुसलमान पारा स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक के पद पर पदस्थ हैं।
- 25 नवंबर को वे नशे की हालत में बंदूक लेकर बरबसपुर के ही कोड़ाकुपारा स्थित शासकीय हाईस्कूल में घुसकर संकुल प्राचार्य जयंती एक्का को गोली मारने की धमकी देने लगा।
- प्राचार्य की शिकायत पर की गई मामले की जांच में प्रधान पाठक को उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, नशे की हालत में स्कूल आने, शिक्षकीय कर्तव्यों के विपरीत कार्य करने का प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया।
भरमार बंदूक लेकर घुसा था स्कूल में
हाईस्कूल में बंदूक लेकर घुसे प्रधान पाठक मामले में ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान पाठक शिकारियों के द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली भरमार बंदूक को अपनी पीठ में टांगकर हाईस्कूल में घुसा था। जहां कुर्सी पर बैठी महिला संकुल प्राचार्य के ऊपर बंदूक तानकर धमकाते हुए कहने लगा कि शाला नहीं जाता हूं तो मुझे अनुपस्थित कर देती हो, आगे से ऐसा किया तो गोली मार दूंगा।
इसके बाद प्राचार्य सहमी हालत में किसी तरह से कुर्सी से उठीं और बाहर निकलकर शोर मचाते हुए ग्रामीणों को बुलाने लगीं। इधर, प्रधान पाठक प्राचार्य की कुर्सी पर बैठकर हंगामा करने लगा। कुछ देर बाद जब शोर सुनकर ग्रामीण इकट्ठा होने लगे तो प्रधान पाठक भरमार बंदूक को लेकर मौके से फरार हो गया।