Janmashtami 2024: रायपुर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम, मंदिरों को सजाया गया, कोतवाली थाने में आधी रात को विशेष संयोग में होगा कान्हा का जन्म

Janmashtami 2024:जन्माष्टमी के अवसर पर रायपुर के इस्कॉन मंदिर, राधाकृष्ण मंदिर, खाटू श्याम मंदिर और अन्य मंदिरों को रंग-बिरंगी रोशनी से भव्य रूप से सजाया गया है। कृष्ण जन्मोत्सव के लिए इन मंदिरों में कई खास तैयारियां की गई हैं.

Janmashtami 2024:

सोमवार को जयंती योग सहित छह योगों के संयोग में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। जन्माष्टमी पर सर्वार्थसिद्धि, स्थिर योग, हर्षण योग, शश योग, गजकेशरी योग का संयोग बन रहा है। राजधानी के 10 से ज्यादा राधा-कृष्ण मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. जुगलजोड़ी सरकार के श्री विग्रह का श्रृंगार मथुरा-वृंदावन से लाए गए वस्त्रों से किया जाएगा।मंदिर परिसर को कोलकाता से लाए गए सफेद और लाल गुलाबों से सजाया गया है। विशेष आकर्षण कोतवाली थाने की जेल होगी, जहां आधी रात को श्रीकृष्ण का जन्म होगा। आधी रात को वासुदेव भगवान कृष्ण की मूर्ति को टोकरी में रखकर गोपाल मंदिर में लाएंगे।

जवाहर नगर

जवाहर नगर स्थित राधाकृष्ण मंदिर में फूलों से जेल के सात दरवाजे बनाए गए हैं. मंदिर में शाम को भजन के दौरान संगीत की धुन पर गड़गड़ाहट, बिजली गिरने और बच्चों के रोने की आवाजें सुनाई देंगी। इससे पहले सुबह 8.30 बजे जुगलजोड़ी सरकार का 501 लीटर दूध से अभिषेक कर महाआरती की जायेगी. भक्तों को दही, मक्खन और मिश्री का प्रसाद वितरित किया जाएगा। अगले दिन 27 अगस्त को शोभा यात्रा निकालकर नंदोत्सव मनाया जाएगा।

इस्कॉन मंदिर

टाटीबंध स्थित इस्कॉन मंदिर परिसर को कोलकाता के लाल गुलाबों से सजाया गया है। राधारस बिहारी की मूर्ति का शृंगार मुंबई और वृन्दावन से लाए गए वस्त्रों से किया जाएगा। मंदिर में 25 से 27 अगस्त तक तीन दिन तक जन्माष्टमी मनाई जाएगी. फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और भक्ति नृत्य, भजन संध्या, शील प्रभुपाद व्यास पूजा महा-महोत्सव और श्री राधाष्टमी महामहोत्सव जैसे कई अनुष्ठान और कार्यक्रम होंगे।

समता कालोनी राधाकृष्ण मंदिर

समता कॉलोनी स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में हरियाली तीज के लिए आकर्षक झूले सजाने का सिलसिला जारी है। सुबह 9 बजे 101 लीटर दूध से अभिषेक के साथ जन्माष्टमी महोत्सव शुरू हो जाएगा। दोपहर 12 बजे मूर्ति शृंगार दर्शन और शाम 4 बजे कृष्ण झांकी दर्शन प्रारंभ होंगे। आधी रात को धूमधाम से जन्मोत्सव मनाया जाएगा। दूसरे दिन 27 अगस्त को राणी सती दादी का मंगल पाठ दोपहर 1 बजे से प्रारंभ होकर शाम तक चलेगा.

खाटू श्याम मंदिर

समता कॉलोनी स्थित खाटू श्याम मंदिर में चांदी के सिंहासन पर विराजमान श्याम सरकार का सफेद फूलों से शृंगार किया जाएगा। रात्रि में भजन प्रस्तुत किये जायेंगे।

गोकुल चंद्रमा मंदिर

बूढ़ापारा स्थित गोकुल चंद्रमा मंदिर में पूरे सावन माह में अलग-अलग दिन झूले को काजू, किशमिश, बादाम, सुपारी, मूंगफली, फूल और चांदी-सोने के गहनों से सजाया जाता था। जन्माष्टमी पर रात्रि में महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा। 27 अगस्त को नंदोत्सव मनाया जाएगा। नंदबाबा मनाएंगे. भगवान कृष्ण के बाल रूप का दर्शन करने आएंगे भोले बाबा.

जैतूसाव मठ

पुरानी बस्ती स्थित श्री ठाकुर रामचंद स्वामी जैतूसाव मठ को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। रात्रि 8 बजे से पंडित लल्लू महाराज भजन प्रस्तुत करेंगे। राधा-कृष्ण की झांकी सजाई जाएगी। रात 12 बजे महाआरती की जाएगी। 27 अगस्त को दोपहर 1 बजे से राजभोग आरती एवं प्रसाद वितरण किया जायेगा. 11 क्विंटल मालपुआ और 51 किलो पंजरी का प्रसाद चढ़ाया जाएगा।

Exit mobile version