कर्वधा

Kawardha Accident News: तालाब में डूबने से दो मासूमों की मौत हो गयी, जब वे घर नहीं पहुंचे तो परिजन खोजने निकले तो शव तैरता हुआ मिला

कवर्धा जिले के दशरंगपुर चौकी अंतर्गत तालाब में नहाने गए दो मासूम बच्चों की मौत हो गई. घटना से दोनों बच्चों के परिजन रो-रोकर बेहाल हैं

कवर्धा, Kawardha Accident News: कवर्धा जिले के दशरंगपुर चौकी अंतर्गत तालाब में नहाने गए दो मासूम बच्चों की मौत हो गई. घटना से दोनों बच्चों के परिजन रो-रोकर बेहाल हैं. बताया जा रहा है कि मृतक बच्चे रितेश साहू उम्र 9 वर्ष और दुर्गेश चंद्राकर उम्र 10 वर्ष शाम को खेलने के लिए घर से बाहर निकले थे. देर शाम तक जब बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजन गांव में खोजने निकले। तब पता चला कि गांव के दो बच्चे लापता हैं |

गांव में तलाश करने के बाद भी पता नहीं चला तो परिजन गांव के बाहर तालाब की ओर तलाश करने पहुंचे तो तालाब के किनारे दोनों बच्चों के कपड़े पड़े मिले। इससे अंदाजा लगाया गया कि बच्चे नहाने के लिए तालाब में गये होंगे और कोई अनहोनी हो गयी होगी. अंधेरा हो चुका था और पूरा गाँव तालाब के किनारे मशालें लेकर पानी में बच्चों की तलाश कर रहा था।

इस दौरान दोनों बच्चों का शव तालाब के दूसरे किनारे पानी में तैरता हुआ मिला

घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और रात करीब 12 बजे ग्रामीणों की मदद से बच्चों के शवों को पानी से बाहर निकाला गया और पंचनामा के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में भेज दिया गया. . घटना से परिजन दुखी हैं। इस घटना से पूरा गांव सदमे में है और मातम का माहौल बन गया है |

दशरंगपुर चौकी प्रभारी अरविंद साहू ने घटना के बारे बताया

देर रात पुलिस को सूचना मिली की गांव के दो बच्चों की तलाब में डूबने से मौत हो गई है। सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, जहां तालाब नहाने गए दो बच्चे रितेश साहू और दुर्गेश चंद्राकर की मौत हो चुकी थी। दोनों के शव को पानी से बहार निकाल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी भेजा गया है।

परिजनों से पूछताछ में पता चला कि दोनों बच्चे अपने अपने घर से शाम लगभग 5 बजे खेलने निकले थे

रात्रि में भोजन के समय भी जब बच्चे घर नहीं लौटे तो ढूंढने निकले। गांव में कुछ पता नहीं चला तो तालाब में देखने आए वहां दोनों बच्चों का कपड़ा तालाब किनारे रखा हुआ था और तलाब के दूसरे किनारे में दोनों का शव पानी में तैर रहा था। मामले मे मर्ग कायम कर विवेचना की जा रही है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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