नई दिल्ली, Parliament Session 2024: लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के एक बयान से जमकर हंगामा हुआ है. इस दौरान सदन (Parliament Session 2024) में जमकर हंगामा हुआ. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बीच में आना पड़ा. विपक्ष के नेता के तौर पर यह राहुल गांधी का पहला भाषण था. अपने संबोधन की शुरुआत में राहुल गांधी ने भगवान शिव की तस्वीर दिखाई. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने नियमों के तहत आपत्ति जताई. हालांकि बाद में उन्होंने इजाजत दे दी.
शंकर भगवान का फोटो लेकर पहुंचे राहुल गाँधी (Parliament Session 2024)
राहुल गांधी ने शिव के गले में लिपटे सांपों, डमरू और हाथ के इशारे को समझाकर केंद्र सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की. राहुल गांधी ने इस्लाम, सिख, जैन, ईसाई और बौद्ध धर्म के संबंध में अभय मुद्रा (हाथ का संकेत) को भी समझाया. उन्होंने आगे कहा – सभी धर्म शांति और अहिंसा का उपदेश देते हैं, लेकिन जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे 24 घंटे नफरत फैलाते हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर सत्ता पक्ष नाराज हो गया। यहां तक कि सदन में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बोलना पड़ा. पीएम मोदी ने कहा कि ये गंभीर मामला है.
वहीं, केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी राहुल गांधी के बयान को हिंदू समाज का अपमान बताया और कहा कि उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए.
राहुल गांधी ने फिर लगाया माइक बंद करने का आरोप
भारी हंगामे के बीच स्पीकर ने राहुल गांधी को समझाया और बोलते समय सावधानी बरतने की सलाह दी. राहुल गांधी ने आगे कहा, अयोध्या के लोगों ने बीजेपी को सबक सिखाया। इसके बाद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि उनका माइक बंद किया जा रहा है। इस पर स्पीकर ने उन्हें फिर टोक दिया.राहुल गांधी ने आगे कहा कि पीएम मोदी अयोध्या से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन सर्वे करने वालों ने मना कर दिया. यही कारण है कि मोदी जी वाराणसी जाकर बच निकले।