बिलासपुर,Doctor suicide: रविवार को सिम्स के गर्ल्स हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाने वाली अंबिकापुर की डॉ. भानु प्रिया के शव का पोस्टमार्टम सोमवार को हुआ। इस दौरान डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने पांच डॉक्टरों की एक टीम भी गठित की. सिटी कोतवाली पुलिस ने मामले में डॉ. भानु के पिता, भाई और मंगेतर से बयान लिया। डॉ. भानु प्रिया के पिता डॉ. भानू प्रिया के पिता उमेश सिंह ने बताया कि उनकी बेटी को हेल्थ की समस्याएं थीं। वो अपने बीमारी से भी परेशान रहती थी। उसका उपचार चल रहा था ऐसे में वो डिप्रेशन में भी थी। संभावत: इसी के चलते उसने फांसी लगाकर आत्महत्या करने का कदम उठाया।
Doctor suicide: 5 डॉक्टरों की टीम ने किया शव का परीक्षण
पुलिस के बयान और पंचनामा कार्रवाई के बाद डीन डॉ. रमणेश मूर्ति द्वारा बनाए गए कमेटी के सदस्य फारेंसिक मेडिसीन विभाग के सह-प्रध्यापक डॉ. ज्ञानेद्र कुमार, मेडिसीन के सहायक प्राध्यापक डॉ.नवनीत अग्रहरि, सर्जरी के सहायक प्राध्यापक डॉ.विनोद तामकनंद, गायनिक विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. दुर्गा कौशिक और पैथोलॉजी विभाग की पीजी प्रदर्शक डॉ.आकृति दुबे ने शव का परीक्षण किया। इसके बाद मृतिका डॉ.भानू प्रिया के शव का पीएम किया गया।
पीएम के बाद शव लेकर परिजन रवाना
सिटी कोतवाल के टीआई एसआर साहू ने बताया कि शव के पोस्ट मार्टम से पहले उनके पिता, भाई और मंगेतर को जिस कमरे में डॉ.भानू ने फांसी लगाई थी। उसे दिखाया गया। परिजनों ने किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं की है। अभी हॉस्टल की छात्राओं से पूछताछ नहीं की गई है। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया, जिसे लेकर अपने गृह ग्राम चले गए।
सामान लेने आई थी इसलिए दी गई चाबी
डॉ. भानू प्रिया ने गर्ल्स हॉस्टल के इंटर्न विंग के ब्लॉक नंबर 5 कमरे में रात में कैसे ठहरी। इस पर सिस के डीन डॉ.रमणेश मूर्ति ने बताया कि भानुप्रिया ने एक माह पहले ही सिस का हॉस्टल छोड़ा था। ऐसे में उसका कुछ सामान यहां छूट गया था। इसी सामान को लेने के लिए वह हॉस्टल आई थी। ऐसे में एक्स स्टूडेंट और सामान को ले जाने के नाम पर उसे चाबी उपलब्ध करा दी गई।