Ganesh Chaturthi 2024: INS विक्रांत जहाज की तरह बनाया जा रहा पंडाल:रायपुर में गणेश उत्सव की तैयारी में जुटे लोग, कोलकाता से आए कारीगर बना रहे 65 फीट ऊंचा पंडाल

Ganesh Chaturthi 2024: रायपुर में गणेश उत्सव की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. शहर के विभिन्न हिस्सों में गणेश पंडाल सजाए जा रहे हैं। इस बार कालीबाड़ी में गणेश जी के लिए...

धर्म कर्म,Ganesh Chaturthi 2024: इस साल गणेश चतुर्थी 6 सितंबर को है. इसी दिन से गणेश उत्सव शुरू होगा जो 10 दिनों तक मनाया जाएगा. इधर, राजधानी रायपुर में गणेश चतुर्थी की तैयारियां जोरों पर हैं। जगह-जगह गणेश पंडाल सजाए जा रहे हैं, जो अपनी अनोखी थीम और सजावट से भक्तों को आकर्षित करेंगे. इन पंडालों में भगवान गणेश की विशाल मूर्तियां स्थापित की जाएंगी.

कालीबाड़ी में गणेश जी के लिए आईएनएस विक्रांत के आकार का 65 फीट से ज्यादा ऊंचा पंडाल तैयार किया जा रहा है. कोलकाता से आये 25 कारीगर पिछले 27 दिनों से पंडाल को आकार दे रहे हैं. बप्पा को पंडाल के अंदर शीश महल में विराजमान किया जाएगा. गुढ़ियारी में नंदगांव की थीम पर झांकी सजाई जा रही है. इस झांकी में भगवान कृष्ण की लीलाओं को दिखाया जाएगा.

 Ganesh Chaturthi 2024: गोलबाजार में रिद्धि-सिद्धि के साथ विराजेंगे बप्पा

गुढ़ियारी गणेशोत्सव समिति द्वारा नंदगांव थीम पर झांकी तैयार की जा रही है। समिति के अध्यक्ष मनोज ने बताया कि दुर्ग के कलाकार झांकी को रूप देने में लगे हैं। झांकी में श्रीकृष्ण से संबंधित बाललीला, रासलीला सहित 20 से अधिक प्रसंग पर झांकी आगंतुकों को आकर्षित करेगी। वहीं गोलबाजार में भी गणेश स्थापना को लेकर तैयारी तेज है। श्री बजरंग नवयुवक मित्र मंडल गणेशोत्सव समिति के सदस्यों ने बताया कि इस बार रिद्धि-सिद्धि के साथ बप्पा नजर विराजमान होंगे।

देशभक्ति थीम पर तैयार किया जा रहा पंडाल

जय भाेले ग्रुप, कालीबाड़ी के सदस्यों ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी देशभक्ति थीम पर पंडाल तैयार किया जा रहा है। कोलकाता के कारीगर लगभग 70 फीट ऊंचे व सात फीट चौड़े आईएनस विक्रांत का पंडाल सजा रहे हैं।पंडाल के अंदर शीशमहल थीम पर सिंहासन लगभग तैयार है, जिसमें 18 फीट ऊंची गणेश जी की भव्य मूर्ति की स्थापना की जाएगी। मूर्ति भी इस बार नये रूप में भोले बाबा के अवतार में देखने मिलेगी। वहीं पंडाल का बाहरी हिस्सा राम दरबार की थीम पर सजाया जा रहा है। गणेश चतुर्थी पर्व के अंतर्गत बलिदानी परिवारों का सम्मान करने की योजना है। पिछली बार चंद्रयान-3 पंडाल को लोगाें ने काफी पसंद किया था।

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